कोरोना का टीकाकरण चुनाव की तैयारी की तरह: डॉ. हर्षवर्धन

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नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार के साथ कोविड-19 टीकाकरण के लिए दो जनवरी को होने वाले ड्राइ रन के लिए समीक्षा बैठक की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि हेल्थ वर्कर्स की लिस्ट बना ली गई है और उसे कोविड प्लेटफॉर्म पर अपलोड की जाएगी। उन्हाेंने कोरोना के टीकाकरण को देश में होने वाले चुनाव की तरह बताया।

बैठक के दौरान डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, ”जैसे हम चुनाव के दौरान तैयारी करते हैं, उसी तरह हमें सभी मेडिकल टीमों के प्रत्येक सदस्य को जिम्मेदारी से प्रशिक्षित करने की जरूरत है।” उन्होंने आगे बताया कि नेशनल लेवल पर दो हजार मास्टर ट्रेनर्स होंगे। देश के राज्यों और जिलों में ट्रेनिंग जारी है। यह पूरी प्रक्रिया चुनाव कराने के समान है, जहां एक बूथ पर टीम को भी प्रशिक्षित किया जाता है।

इस ट्रेनिंग के जरिए से न्यूनतम विवरणों पर गहन शोध किया जाता है। कम से कम 2 टीकों ने ड्रग कंट्रोलर और विशेषज्ञों को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए आवेदन भेजे हैं। उनके डेटा का अध्ययन किया जा रहा है। बता दें कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के विशेषज्ञों की समिति ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कोविड-19 टीके के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति देने के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक के आवेदन पर बैठक करेगी। माना जा रहा है कि सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड टीके को मंजूरी दे दी जाएगी।

‘नए स्ट्रेन से घबराने की जरूरत नहीं’
हाल ही में, हर्षवर्धन ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार (स्ट्रेन) के संक्रमण को लेकर चिंताओं के बीच कहा था कि सरकार सतर्क है और घबराने की आवश्यकता नहीं है। हर्षवर्धन ने कहा, ”सरकार हर चीज के बारे में पूरी तरह जागरूक है। यदि आप मुझसे पूछें तो इतना घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले एक साल में हर वह काम किया है, जो कोविड-19 से निपटने के लिए महत्वपूर्ण था।”

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नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार के साथ कोविड-19 टीकाकरण के लिए दो जनवरी को होने वाले ड्राइ रन के लिए समीक्षा बैठक की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि हेल्थ वर्कर्स की लिस्ट बना ली गई है और उसे कोविड प्लेटफॉर्म पर अपलोड की जाएगी। उन्हाेंने कोरोना के टीकाकरण को देश में होने वाले चुनाव की तरह बताया।

बैठक के दौरान डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, ”जैसे हम चुनाव के दौरान तैयारी करते हैं, उसी तरह हमें सभी मेडिकल टीमों के प्रत्येक सदस्य को जिम्मेदारी से प्रशिक्षित करने की जरूरत है।” उन्होंने आगे बताया कि नेशनल लेवल पर दो हजार मास्टर ट्रेनर्स होंगे। देश के राज्यों और जिलों में ट्रेनिंग जारी है। यह पूरी प्रक्रिया चुनाव कराने के समान है, जहां एक बूथ पर टीम को भी प्रशिक्षित किया जाता है।

इस ट्रेनिंग के जरिए से न्यूनतम विवरणों पर गहन शोध किया जाता है। कम से कम 2 टीकों ने ड्रग कंट्रोलर और विशेषज्ञों को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए आवेदन भेजे हैं। उनके डेटा का अध्ययन किया जा रहा है। बता दें कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के विशेषज्ञों की समिति ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कोविड-19 टीके के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति देने के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक के आवेदन पर बैठक करेगी। माना जा रहा है कि सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड टीके को मंजूरी दे दी जाएगी।

‘नए स्ट्रेन से घबराने की जरूरत नहीं
हाल ही में, हर्षवर्धन ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार (स्ट्रेन) के संक्रमण को लेकर चिंताओं के बीच कहा था कि सरकार सतर्क है और घबराने की आवश्यकता नहीं है। हर्षवर्धन ने कहा, ”सरकार हर चीज के बारे में पूरी तरह जागरूक है। यदि आप मुझसे पूछें तो इतना घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले एक साल में हर वह काम किया है, जो कोविड-19 से निपटने के लिए महत्वपूर्ण था।”