कोटा। कोटा व्यापार महासंघ की आपातकालीन बैठक रविवार को न्यू माहेश्वरी रेस्टोरेंट पर संपन्न हुई। जिसमें महासंघ की 100 से अधिक व्यापारिक औद्योगिक संस्थाओं ने भाग लिया। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में व्यापारी उद्यमी एवं हॉस्टल संचालक के साथ-साथ सभी तरह का व्यवसाई एवं आमजन महासंघ के अनिश्चितकालीन कोटा बंद की घोषणा के साथ सहयोग करने को तैयार है।
महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि सभी वर्गों के प्रतिनिधियों ने वर्तमान में कोटा की परिस्थितियों को देखते हुए इस निर्णय को न्यायोचित बताया। बैठक में उपस्थित सभी व्यापार महासंघ के पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से टीमें गठित कर इस बंद को पूर्णतया सफलता की ओर ले जाने की बात कही। दी एसएसआई एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष अनिल मूंदड़ा, उपाध्यक्ष दीपक मेहता, सचिव ईशान्त अरोडा ने कहा कि जब लॉकडाउन में 2 माह तक हम पूरे कारोबार को बंद कर सकते हैं तो हम अपने हितों की रक्षा के लिए अनिश्चितकालीन कारोबार बंद करने में क्यों नहीं भाग ले सकते हैं।
कोटा डिस्ट्रिक्ट सेंटर हॉस्टल एसोसिएशन के महासचिव अनिल अग्रवाल, चंबल हॉस्टल एसोसिएशन लेण्ड मार्क के अध्यक्ष शुभम अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा पूर्व सचिव मनीष संमधानी, न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक लोढ़ा, सचिव राजीव कुमार, कोरल हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नवीन मित्तल पूर्व सचिव पंकज जैन ने कहा कि देश के करीब 16 से अधिक राज्यों में कोचिंग एवं स्कूल खुल चुके हैं। मध्यप्रदेश में भी 1 जनवरी से खोले जाने की घोषणा हो चुकी है, तो राजस्थान में क्यों नहीं स्कूल, कोंचिग खोले जा सकते।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार कम होती जा रही है पिछले 3 माह से करीब 20,000 विद्यार्थी कोटा में निवास कर अध्ययन कर रहे हैं हॉस्टल व्यवसाय द्वारा बरती जारी सतर्कता,सावधानी एवं कोरोना गाइड लाइन की समस्त सुरक्षा की वजह से अभी तक कोई भी छात्र कोरोना से प्रभावित नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जनवरी माह में अगर कोचिंग नहीं खोले गए तो 2021 का सेशन भी समाप्त हो जाएगा। पिछले 15 वर्षों से कोटा में जो कोचिंग को लेकर जो विश्वनीयता बनी है वह समाप्त हो जाएगी। अन्य राज्यो में कोचिंग शुरू हो जाने से छात्र उन्हीं राज्यों में कोचिंग लेना शुरू कर देंगे। जिसका खामियाजा पूरे शहर को उठाना पड़ेगा।
प्राइवेट स्कूल वेलफेयर सोसायटी के महासचिव संजय शर्मा ने कहा कि पिछले 10 माह से सभी प्राइवेट स्कूल बंद होने से स्कूल संचालकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, जो अब उनके बस से बाहर हो चुका है। राज्य सरकार को चाहिए कि शीघ्र ही स्कूलों का सचांलन शुरू करें। हम कोरोना गाइडलाइन की पूर्णतया पालना करने को तरह तैयार है।
बैठक में एमजी मार्केट व्यापार संघ के अध्यक्ष अनिमेष जैन ,शॉपिंग सेंटर व्यापार संघ के अध्यक्ष हरीश टेकवानी, छावनी चौराहा दुकानदार संघ के सचिव नरेंद्र चौहान, महावीर नगर दुकानदार संघ के अध्यक्ष अनिल नंदवाना ने बताया कि पिछले 10 माह के कोरोना काल से व्यापार जगत पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। पहले तो लॉकडाउन के समय स्टॉक में माल खराब होने से करोड़ों रुपए का नुकसान व्यापारियों को भुगतना पड़ा। किसी तरह अक्टूबर-नवंबर माह में कुछ परिस्थितियां सुधरने लगी थी। वह सांय 7 बजे के रात्रि कर्फ्यू ने पूरी तरह से बिगाड़ कर रख दी है।
इंदिरा विहार विकास सोसायटी के अध्यक्ष छुट्टन लाल शर्मा ले बताया कि कोरोना काल के चलते जिस तरह से शहर में बेरोजगारी बढ़ी उसके चलते आए दिन शहर में लूटपाट चाकूबाजी की घटनाएं बढ़ गई है। अगर इन्हें रोकने के राज्य सरकार ने प्रयास नहीं किए तो, आने वाले समय में यह घटनाएं और बढ़ेगी। राज्य सरकार की जिम्मेदारी आमजन के लिए रोजगार रोजी रोटी और अर्थव्यवस्था की भी बनती है। अगर इसे शीघ्र ही नहीं नहीं संभाला गया तो राज्य की अर्थव्यवस्था बिगड़ जाएगी और कोरोना से अधिक मौतें इस वजह से होगी। बैठक के अंत में उपस्थित सभी सदस्यों ने अनिश्चितकालीन कोटा बंद मैं सहयोग कर इसे सफल बनाने की शपथ ली।