श्रीरामोत्सव निधि समर्पण संग्रह के लिए घर-घर जाएंगे रामभक्त

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कोटा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षैत्र के आव्हान पर श्रीरामोत्सव निधि संग्रह महाअभियान 14 जनवरी से चलाया जाएगा। अभियान को लेकर बुधवार को मानव विकास भवन एयरोड्रम पर बैठक आयोजित की गई। वहीं अभियान के पोस्टर का विमोचन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचारक विजयानंद के द्वारा किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए विजयानन्द ने कहा कि श्रीराम भारत की आत्मा हैं। श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य श्रीराम मंदिर भारतीय मन की शाश्वत प्रेरणा है।

संन्तों ने आव्हान किया है कि श्रीराम जन्मभूमि में भव्य मंदिर बनने के साथ जन जन के हृद mandirय मंदिर में श्रीराम एवं उनके जीवन मूल्यों की प्रतिष्ठा हो। भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए समाज से समर्पण का आव्हान करते हुए श्रीरामोत्स निधि संग्रह महाअभियान शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि महाअभियान कोटा महानगर में 14 जनवरी से प्रारंभ किया जाएगा। जिसके तहत प्रत्येक गांव और ढाणी में पहुंचकर श्रीराम मंदिर के लिए निधि समर्पण का संग्रह किया जाएगा।

वहीं कोटा महानगर में 31 जनवरी से घर घर जाने का महाअभियान चलेगा। बैठक में त्रिलोक गोयल, बाबूलाल सुमन, गोपाल गर्ग, सुधीर कुमार ताम्बी, आशीष मेहता, अनिल तिवारी, राधेश्याम वशिष्ठ, प्रमोद गौड, गोपीराज सोनी, रामचरण मेहता मुकेश जोशी, मांगीलाल पारेता, नरेन्द्र कंसूरिया, संजय कुमार जैन, सतीश कुमार स्वामी, दीपक सिंह चैहान, विशाल पाठक, सत्यनारायण श्रीवास्तव समेत कईं लोग मौजूद रहे।

2000 करोड का खर्च आएगा मंदिर निर्माण में
विजयानन्द ने कहा कि श्रीराम मंदिर के भव्य निर्माण के लिए करीबन 2 हजार करोड की लागत आएगी। जिससे 70 एकड़ जमीन पर विभिन्न निर्माण कार्य कराए जाएंगे। इसमें 2.7 एकड़ जमीन पर भव्य मंदिर, पांच मंडप, 20 फीट के तीन तल, तीर्थ यात्रियों के लिए धर्मशाला, गेस्ट हाऊस, सुरक्षाकर्मी आवास, संग्रहालय, पुस्तकालय, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का ऑडिटोरियम, रामायण चित्र प्रदर्शनी समेत विभिन्न निर्माण कराए जाएंगे। मंदिर के लिए 57 हजार 400 वर्गफीट क्षैत्र में निर्माण होगा।

पहले हुआ था 11 करोड का संग्रह
विजयानन्द ने बताया कि श्रीराम शिलापूजन के समय भी निधि संकलन का अभियान किया गया था। उस समय रामभक्तों के द्वारा 11 करोड की धनराशि का संग्रह किया गया था। अभी तक के निर्माण पर 25 करोड़ रूपए की राशि खर्च हो चुकी है। अब निधि संग्रह अभियान के दौरान नकद धनराशि देकर कूपन प्राप्त कर सकते हैं। वहीं, चैक और आॅनलाइन पेमेंट के द्वारा भी मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि के तौर पर भेंट की जा सकती है।