नई दिल्ली। वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर का मानना है कि भारत दोहरे अंकों की विकास दर हासिल कर सकता है। ठाकुर ने कहा कि युवा और आकांक्षी वर्ग तथा ग्रामीण क्षेत्र से पैदा हुई मांग के दम पर मैन्यूफैक्चरिंग गतिविधियों में विस्तार आएगा और डिजिटल सेवा क्षेत्र में तेज उछाल देखा जाएगा। इसके दम पर देश दहाई अंकों की वृद्धि दर हासिल करने की क्षमता रखता है।
कंपनी सचिवों के 48वें राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए वित्त राज्यमंत्री का कहना था कि इकोनॉमी पर नजर रखने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) द्वारा अपनाए जाने वाले 48 में से 30 मानकों का स्तर इस वर्ष फरवरी के स्तर से ऊपर है।
ठाकुर ने कहा कि पिछले छह वर्षो के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने एक के बाद एक सुधार संबंधी फैसले लिए और गतिविधियों को आगे बढ़ाया है। इससे समाज में महत्वपूर्ण बदलाव दिखे हैं। ठाकुर के मुताबिक अब महंगाई से लेकर राजकोषीय घाटे, विदेशी मुद्रा भंडार से लेकर चालू खाता घाटे और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर से लेकर वित्तीय समावेशन तक हर तरह के संकेतक आर्थिक स्थिरता और मजबूती के संकेत दे रहे हैं।
लॉकडाउन के बाद आर्थिक हालातों में सुधार के बारे में ठाकुर का कहना था कि इसका व्यापक आधार है और यह सिर्फ कृषि क्षेत्र से नहीं आएगा। यात्री और दोपहिया वाहन बिक्री, ईंधन खपत, इस्पात उत्पादन, सीमेंट उत्पादन और अंतरराष्ट्रीय हवाई कार्गो समेत कई अन्य क्षेत्रों में हमने उल्लेखनीय सुधार दर्ज किए हैं।