चालू रबी सीजन में जीरे की बोआई घटने के आसार

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मुकेश भाटिया
कोटा ।
जीरे के भाव फसल वर्ष 2019-20 में सामान्य रहने के बावजूद गुजरात एवं राजस्थान में चालू रबी सीजन के तहत जीरे की खेती में खासी बढ़ोतरी हुई है। जीरा विशेषज्ञों के मुताबिक गुजरात में जीरे की बोआई चालू रबी सीजन में घटने के आसार हैं। राज्य में पिछले साल जीरे की बोआई 15-20 नवंबर के आसपास शुरु हुई थी क्योंकि राज्य में लंबे समय तक बारिश होती रही जबकि इस साल यह बोआई दिवाली के साथ शुरु हुई। राज्य में जीरे की बोआई मौजूदा आंकडों से दस फीसदी तक बढ़ सकते हैं लेकिन ये अंत में बीते रबी सीजन के 480610 हैक्टेयर की तुलना में कम रहेंगे।

जीरे के दाम आकर्षक न होने,जीरे की तुलना में अन्य फसलों मसलन सरसों,चना,ईसबगाल के दाम ज्यादा बेहतर होना एवं जीरे का मौजूदा स्टॉक काफी अधिक होने से इसकी बोआई प्रभावित होगी।” गुजरात कृषि विभाग के मुताबिक राज्य में 30 नवंबर तक जीरे का रकबा पिछले साल की तुलना में काफी बढ़ा है। राज्य में 30 नवंबर तक 302637 हैक्टेयर में जीरे की बोआई हो चुकी है जबकि पिछले साल समान समय में यह बोआई 131561 हैक्टेयर में हुई थी। राज्य में जीरे का सामान्य रकबा 4.06 लाख हैक्टेयर रहता है।” गुजरात में जीरे की सर्वाधिक बोआई सौराष्ट्र में होती है।

वर्ष 2020-21 के रबी सीजन में सौराष्ट्र में 30 नवंबर 2020 तक जीरे की बोआई 198100 हैक्टेयर में हुई है। सुरेद्रनगर जिले में 40000 हैक्टेयर,राजकोट में 18300 हैक्टेयर,जामनगर में 13400 हैक्टेयर,पोरबंदर 13300 हैक्टेयर,मोरबी में 18600 हैक्टेयर,बोटाद 3300 हैक्टेयर,देवभूमि द्धारका में 86000 हैक्टेयर,जूनागढ़ में 1900 हैक्टेयर,अमरेली में 3200 हैक्टेयर,भावनगर में 100 हैक्टेयर में जीरे की बोआई हुई है।” उत्तर गुजरात में 30 नवंबर 2020 तक 65400 हैक्टेयर में जीरे की बोआई हुई है। इस बोआई में से बनासकांठा में 51800 हैक्टेयर,पाटन में 13200 हैक्टेयर,महेसाणा में 400 हैक्टेयरमें जीरे की बोआई हुई है। राज्य में रबी सीजन 2020-21 के तहत अब तक कच्छ में जीरे की बोआई 30400 हैक्टेयर में हुई है। जबकि,मध्य गुजरात में अहमदाबाद में 8700 हैक्टेयर में जीरे की बोआई हुई है।”

दूसरी ओर,राजस्थान कृषि विभाग के मुताबिक राज्य में 27नवंबर2020 तक 443800 हैक्टेयर में जीरे की बोआई हो चुकी है। राज्य के अजमेर जिले में जीरे की बोआई 2200 हैक्टेयर,टोंक जिले में 200 हैक्टेयर,नागौर जिले में 49600 हैक्टेयर,बीकानेर में 3300 हैक्टेयर,जैसलमेर में 18300 हैक्टेयर,बाड़मेर जिले में 180500 हैक्टेयर,जोधपुर जिले में 125000 हैक्टेयर,जालौर जिले में 51800 हैक्टेयर,पाली जिले में 8800 हैक्टेयर,सिरोही जिले में 3800 हैक्टेयर,भीलवाड़ा जिले में 300 हैक्टेयर में बोआई हुई है। बीते रबी फसल सीजन में 27 नवंबर 2019 तक राज्य में जीरे की बोआई 343800 हैक्टेयर में हुई थी।”

देश में कुल पैदा होने वाले जीरे में राजस्थान का योगदान 55 फीसदी है। जबकि,शेष 44 फीसदी जीरा गुजरात में पैदा होता है। बता दें कि गुजरात राज्य कृषि विभाग के मुताबिक फसल वर्ष 2016-17 में 278751 हैक्टेयर में जीरे की बोआई हुई और उत्पादन हुआ 291488.32 टन का। जबकि,यह वर्ष 2017-18 में 384469 टन था एवं बोआई 382719 हैक्टेयर में हुई। फसल वर्ष 2018-19 में गुजरात में जीरे की बोआई 349552 हैक्टेयर में हुई एवं उत्पादन हुआ 319862 टन का। फसल वर्ष 2019-20 में जीरे की बोआई 480610हैक्टेयर में हुई एवं उत्पादन 385430 टन हुआ।”

जबकि,राजस्थान बागवानी विभाग के मुताबिक फसल वर्ष 2016-17 में 500142 हैक्टेयर में जीरे की बोआई हुई और उत्पादन हुआ 337010 टन का। जबकि,यह वर्ष 2017-18 में 354672 टन था एवं बोआई 581364 हैक्टेयर में हुई। फसल वर्ष 2018-19 में राजस्थान में जीरे की बोआई 676240 हैक्टेयर में हुई एवं उत्पादन हुआ 445225 टन का।फैडरेशन ऑफ इंडियन स्पाइस स्टेकहोल्डर्स के मुताबिक वर्ष 2019-20 में राजस्थान में 296150 टन जीरे की उपज हुई।राजस्थान में बोआई वर्ष 2019-20 में 585770 हैक्टेयर रही।बता दें कि राज्य सरकार ने अभी तक वर्ष 2019-20 का अंतिम अनुमान जारी नहीं किया है। ‘