कोटा। प्लाज्मा डोनेशन के क्षेत्र में कोटा नित नए कीर्तिमान बना रहा है। टीम जीवनदाता इनकी प्रेरणा बन रही है और निरंतर प्लाज्मा के क्षेत्र में लोगों के जीवन को बचाने का भी अपना इतिहास बना रही है। टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब के जोन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को हाड़ौती की पहली युवती साक्षी न्याती रंगबाडी निवासी ओ पॉजीटिव ने दूसरी बार प्लाज्मा डोनेशन कर एक और कीर्तिमान कोटा शहर की झोली में डाल दिया।
सबसे कम उम्र का पहला प्लाज्मा डोनर है दुष्यंत
ये ही नहीं संभवत: कोटा के सबसे छोटी उम्र के प्लाज्मा डोनर दुष्यंत ने भी प्लाज्मा डोनेशन कर दो जिंदगियों को बचाने का प्रयास किया। भुवनेश गुप्ता ने बताया कि साक्षी के बड़े पापा व बड़ा भाई पहले प्लाज्मा डोनेट कर चुके हैं। साक्षी अहमदाबाद से बीकॉम ऑनर्स की पढ़ाई कर रही है। उन्होंने कहा कि जीवन अनमोल है, यह फिर से नहीं मिल सकता, ऐसे में जीवन को बचाने का धर्म सबसे बड़ा है और इस कर्म को करने वाला पुण्य का भागी होता है। उन्होंने कहा कि आगे भी वह प्लाज्मा डोनेशन के लिए तैयार रहेंगी।
राजस्थान में भी अभी तक ऐसा मामला संभवत: सामने नहीं आया जब किसी 20 वर्ष की युवती ने दो बार प्लाज्मा डोनेट किया हो। वहीं थेगडा निवासी दुष्यंत मालव ने 18 वर्ष की आयु में प्लाज्मा डोनेशन किया। वह एक रिसोर्ट में मैनेजर का कार्य करते हैं। दुष्यंत ने कहा कि वह गांव से यहां रहकर कार्य कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें दूसरों के जीवन का महत्व भलीभांति ज्ञात है। दुष्यंत ने कहा कि टीम जीवनदाता के सेवा कार्य से प्रभावित होकर उन्होंने प्लाज्मा डोनेशन किया। इस दौरान डॉ. विजय जैन, डॉ. रमेश, मनोज न्याती, एडवोकेट महेन्द्रा वर्मा, गोविंद गुप्ता, नितिन मेहता सहित कई लोगों का विशेष सहयोग रहा।
टीम की तैयारी और तेज़
शहर में बढ़ने लगी प्लाज्मा की डिमांड त्यौहारी सीजन के साथ ही अब शहर में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। मरीज बढ़ने के चलते प्लाज्मा की डिमांड भी तेजी से आ रही है, गुप्ता ने बताया कि निरंतर मरीजों के लिए प्लाज्मा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन शहर में नए लोगों को आगे आने की आवश्यकता है, तभी प्लाज्मा लोगों को उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि टीम जीवनदाता के प्रयास से अभी तक निरंतर प्लाज्मा लोगों को मिला है। लोगों को चाहिए की वह आगे आए और लोगों के जीवन को बचाने का कार्य करें।