अब गूगल मैप बताएगा स्थान कितना बिजी है, नई तकनीक से लाइव व्यू भी दिखेगा

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नई दिल्ली। गूगल मैप्स पर जल्द ही यूजर्स को बिजी प्लेस के बारे में जानकारी मिलेगी। मैप्स पर अभी रेस्टोरेंट और दूसरे बिजनेसेज कितने व्यस्त हैं, इसकी सुविधा मिलती है। अब आप डायरेक्ट इस बात का पता लगा पाएंगे कि कोई स्पेसिफिक लोकेशन कितनी ज्यादा बिजी है। गूगल ने साफ किया है कि ऐसी जगहों की व्यस्तता की जानकारी सीधे मैप्स पर मिलेगी।

कंपनी के मुताबिक, इस फीचर को जल्द ही ग्लोबल एंड्रॉयड, आईओएस और डेस्कटॉप यूजर्स के लिए जारी किया जाएगा। आने वाले महीनों में यूजर्स लाइव व्यू का भी इस्तेमाल कर पर पाएंगे। ये ऐसा फीचर है जो ऑग्मेंटेड रियलिटी (AR) का उपयोग कर शहर के चारों तरफ रास्ता खोजने में मदद करेगा। इससे रेस्टोरेंट, स्टोर, बिजनेसेज की भी जानकारी मिलेगी।

गूगल ने अनाउंस किया है कि गूगल मैप्स में नए बदलाव सर्च ऑफ 2020 इवेंट के दौरान किए जाएंगे। मैप्स पर बिजीनेस फीचर भी मिलेगा, जिसके चलते यूजर्स अपनी व्यस्तता के बारे में भी जानकारी शेयर कर पाएंगे। इस फीचर की मदद से यूजर्स किसी स्थान पर रहकर ये बता पाएंगे को वो कितने बिजी हैं? कंपनी ने इस फीचर को इससे पहले 2016 में लॉन्च किया था।

गूगल ने कहा कि वो दुनियाभर में ऐसे स्थानों पर लोगों की लाइव व्यस्तता की जानकारी का विस्तार करने पर काम कर रही है। इस विस्तार में समुद्र तट, पार्क, बाहर क्षेत्र और जरूरी स्थान जैसे ग्रॉसरी स्टोर, गैस स्टेशन, लॉन्ड्रोमैट और फॉर्मेसी शामिल हैं। गूगल के मुताबिक, इसकी मदद से कोविड पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।

एंड्रॉइड और आईओएस यूजर्स जल्द ही व्यवसाय के बारे में अधिक जानने के लिए गूगल मैप पर लाइव व्यू सुविधा का उपयोग कर पाएंगे। यदि आप किसी मोहल्ले में घूम रहे हैं और एक दुकान आपका ध्यान आकर्षित करती है, तो आप लाइव व्यू का उपयोग कर यह जान पाएंगे कि यह खुला और कितना व्यस्त है।

मैप में ‘कोविड लेयर’ फीचर को जोड़ा
गूगल मैप अब लेयर बटन में COVID -19 info फीचर आ गया है। जैसे ही इस फीचर पर जाएंगे ये मैप कोविड की स्थिति के हिसाब से बदल जाएगा। यह क्षेत्र में प्रति 1,00,000 लोगों पर सात दिन के नए मामलों का औसत दिखाएगा और बताएगा कि मामले बढ़ रहे हैं या कम हो रहे हैं। ट्रेडिंग मैप डेटा उन सभी 220 देशों और क्षेत्रों का कंट्री लेवल दिखाएगा, जो गूगल मैप्स सपोर्ट करते हैं। साथ ही इसका राज्य या प्रांत, काउंटी और शहर स्तर पर डेटा उपलब्ध है।