नई दिल्ली। इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी के आंकड़ों, जुलाई महीने के इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट के आंकडों व मासिक वाहन बिक्री के आंकड़ों से तय होगी। ये सब मिलकर अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में भी संकेत देंगे। विशेषज्ञ बता रहे हैं कि इस सप्ताह निवेशकों की निगाह वैश्विक बाजारों के रुख, कोरोना वैक्सीन से जुड़ी खबरों और कोरोना वायरस संक्रमण की दर पर भी रहेगी।
शेयर बाजार के लिए पिछला सप्ताह शानदार रहा था। 28 अगस्त को समाप्त हुए पिछले सप्ताह में सेंसेक्स में 1,032 अंक और निफ्टी में 276 अंक की बढ़त दर्ज की गई थी। इस तरह घरेलू शेयर बाजार में इन दोनों ही सूचकांकों में करीब 2-2 फीसद की बढ़त दर्ज की गई।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी के आंकड़े व बुनियादी उद्योगों के उत्पादन के आंकड़े सोमवार, 31 अगस्त को जारी करने वाला है। गौरतलब है कि देश-विदेश की विभिन्न रेटिंग एजेंसियां पहली तिमाही में नेगेटिव ग्रोथ का अनुमान जता चुकी हैं। स्पष्ट तौर पर इस नेगेटिव ग्रोथ का कारण कोरोना वायरस महामारी और इसके संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू किया गया लॉकडाउन होगा।
साथ ही इस सप्ताह मासिक वाहन बिक्री आंकड़े और मैन्युफैक्चरिंग व सर्विसेज पीएमआई के आंकड़े भी जारी होने वाले हैं। ये आंकड़े भी कुछ हद तक शेयर बाजार को प्रभावित कर सकते हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर के अनुसार, इस हफ्ते भी शेयर बाजार में तेजी बने रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि मुनाफावसूली की सूरत में थोड़ी गिरावट देखी जा सकती है, लेकिन लंबे समय तक गिरावट की संभावना नहीं है।
वहीं, सैमको सिक्योरिटीज की सीनियर रिसर्च एनालिस्ट निराली शाह का कहना है कि इस सप्ताह शेयर बाजार की निगाहें वाहन बिक्री के आंकड़े पर रहेगी। ये आंकड़े अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में मोटे तौर पर जानकारी दे सकते हैं। इसके अलावा विदेशी निवेश के प्रवाह, क्रूड ऑयल और भारतीय रुपये पर भी बाजार की नजर रहेगी।