नई दिल्ली। भारत सरकार की ओर से चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाए जाने से पहले TikTok सबसे पॉप्युलर चाइनीज ऐप बना हुआ था। ऐक्टिव यूजर्स से लेकर डाउनलोड्स और रेवन्यू के मामले में भी टिकटॉक का इंडियन यूजरबेस ऐप की लगभग हर कैटिगरी में नंबर 1 पर था। अब सामने आया है कि एक और ऐसी कैटिगरी थी, जिसमें भारतीय यूजर्स टॉप पर थे और वह है ऐप से हटाए गए विडियोज। चाइनीज कंपनी की ओर से 1.65 करोड़ विडियोज भारत में हटाए गए थे।
ऑफिशल ट्रांसपैरेंसी रिपोर्ट से यह डेटा सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, टिकटॉक की ओर से भारत में 1.65 करोड़ विडियोज हटाए गए थे। यह संख्या किसी भी दूसरे देश में टिकटॉक की ओर से हटाए विडियोज के मुकाबले चार गुना तक ज्यादा है। पाकिस्तान में 37 लाख विडियो हटाए गए थे और यह देश तीसरी पोजीशन पर रहा। विडियो हटाए जाने के मामले में दूसरे नंबर पर मौजूद US में 46 लाख के करीब विडियोज ऐप से हटाए गए थे। चौथे नंबर पर 20 लाख विडियोज के सात यूके और पांचवे पर 13 लाख विडियो वाला रूस रहा।
इसलिए हटाए गए विडियो
टिकटॉक की ओर से हटाए गए विडियोज का यह आंकड़ा साल 2019 की दूसरी छमाही ता है। ग्लोबल ट्रांसपैरेंसी रिपोर्ट में टिकटॉ की ओर से कहा गया है कि ऐसे विडियोज को हटाए जाने का मुख्य कारण ‘अडल्ट न्यूडिटी और सेक्सुअल ऐक्टिविटी’ विडियोज में दिखाया जाना था। हालांकि, यह इकलौती वजह नहीं रही और अल्कोहल, ड्रग लेने और खुद को नुकसान पहुंचाने वाले हिंसक या सुसाइडल विडियोज को भी प्लैटफॉर्म से हटाया गया।
सरकार से शेयर किया डेटा
सीएनबीसी की ओर से शेयर की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार और लॉ-एजेंसियों की ओर से भी टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस को करीब 500 रिक्वेस्ट भेजी गई थीं और विडियोज हटाने की मांग की गई थी। इसमें भी भारत टॉप पर रहा और यहां से 302 रिक्वेस्ट टिकटॉक विडियो हटाए जाने की मांग को लेकर की गईं। टिकटॉक की ओर से कहा गया है कि जरूरत समझते हुए ऐसे 90 प्रतिशत मामलों में भारत सरकार के साथ डेटा भी शेयर किया गया।