कर्जमुक्त कंपनी बनने का वादा समय से पहले निभाया: मुकेश अंबानी

0
970

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण सामने आने के बाद एक ओर जहां दुनियाभर की कंपनियां मुश्किलों का सामना कर रही हैं। वहीं, दूसरी ओर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने 1.68 लाख करोड़ रुपए जुटाए लिए हैं। इस निवेश के साथ आरआईएल अपने तय समय से पहले कर्जमुक्त कंपनी बनने जा रही है। शुक्रवार को आरआईएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि कंपनी ने निवेशकों से किया कर्जमुक्ति का वादा समय से पहले पूरा किया है।

आरआईएल ने 58 दिनों में 1,68,818 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। इसमें जियो प्लेटफॉर्म्स की हिस्सेदारी बिक्री और राइट्स इश्यू के जरिए जुटाई गई राशि शामिल है। जियो प्लेटफार्म्स में वैश्विक निवेशकों ने 1,15,693.95 करोड़ रुपए का निवेश किया है। वहीं, राइट्स इश्यू के जरिए 53,124.20 करोड़ रुपए की राशि मिली है।

आरआईएल का कहना है कि पेट्रोल-रिटेल को लेकर बीपी के साथ जॉइंट वेंचर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कुल निवेश बढ़कर 1.75 लाख करोड़ रुपए हो जाएगा। 31 मार्च 2020 तक आरआईएल पर 1,61,035 लाख करोड़ रुपए का कर्ज था। ऐसे में इस निवेश के साथ आरआईएल कर्ज मुक्त हो गई है।

जियो प्लेटफॉर्म्स में इन कंपनियों ने किया निवेश

कंपनीनिवेश की तारीखनिवेश (करोड़ रु. में)हिस्सेदारी
फेसबुक22 अप्रैल43,573.729.99%
सिल्वर लेक पार्टनर्स4 मई5,655.751.15%
विस्टा इक्विटी पार्टनर्स8 मई11,3672.32%
जनरल अटलांटिक17 मई6,598.381.34%
केकेआर22 मई11,3672.32%
मुबाडला5 जून9093.601.85%
सिल्वर लेक अन्य निवेश5 जून4546.800.93%
आबूधाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी7 जून5683.501.16%
टीपीजी13 जून4546.800.93%
एल केटरटन13 जून1894.500.39%
पीआईएफ18 जून11,3672.32%
कुल1,15,693.9524.70%
राइट्स इश्यू20 मई से 3 जून53,124.20
कुल निवेश168,818.15

आरआईएल के सीएमडी मुकेश अंबानी ने 12 अगस्त 2019 को 42वीं एजीएम में निवेशकों से कंपनी को 31 मार्च 2021 तक कर्जमुक्त बनाने का वादा किया था। मुकेश अंबानी ने कहा था कि हमारे पास 18 महीने में कर्जमुक्त होने का एक स्पष्ट रोडमैप है। अब मुकेश अंबानी ने कहा है कि जियो और रिलायंस रिटेल जैसे कंज्यूमर कारोबार में निवेशकों ने खास रुचि दिखाई है। हम अगली कुछ तिमाही में इन वैश्विक भागीदारों को अपने दोनों कारोबार में शामिल करेंगे। अगले पांच साल में दोनों कंपनियों की लिस्टिंग के साथ हमारी कंपनी दुनिया की सबसे मजबूत बैलेंस शीट वाली कंपनी बन जाएगी।