राजस्थान में धर्मस्थलों को खोलने के लिए हर जिले में बनेगी कमेटी

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जयपुर। राजस्थान में अनलॉक-1(Unlock-1) के बीच राज्य सरकार ने शनिवार काे बड़ी राहतें दीं। सीएम अशोक गहलोत ने धर्मस्थलों को खोलने काे लेकर वीसी के जरिये धर्म गुरुओं, संत-महंतों, धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा की। चर्चा में आए सुझावों के आधार पर धर्म स्थल खोलने के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में हर जिले में कमेटी बनाने का निर्णय हुआ।

यह कमेटी धार्मिक स्थलों की स्थिति, सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य हैल्थ प्रोटोकॉल के साथ संक्रमण से बचाव के उपायों पर विचार कर धर्म स्थलों को खोलने के संबंध में सुझाव देगी। गृह विभाग के एसीएस राजीव स्वरूप ने आदेश में कहा है कि माॅल, होटल, रेस्टोरेंट्स और क्लब खाेलने के लिए केंद्र के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 4 जून काे जारी किए गए मानक पूरे करने हाेंगे।

इसके तहत साेशल डिस्टेंसिंग व सैनिटाइजनेशन जैसी शर्ताें काे पूरी करने के अलावा रेस्टाेंरेंट में दाे टेबलाें के बीच सिटिंग की व्यवस्था में कम से कम 6 फीट की दूरी रखनी हाेगी। फास्ट फूड इकाइयों में जहां खड़े खाने की व्यवस्था हाेगी, वहां टेबलों के मध्य कम से कम 8 फीट की दूरी रखनी हाेगी। एक टेबल पर दो से अधिक व्यक्ति नहीं हाेंगे। शराब की दुकानों का समय भी बढ़ा दिया गया है। अब ये शाम 6 के बजाय 8 बजे तक खुल सकेंगी।

उधर, प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व सोमवार से फिर से खोल दिए जाएंगे। हालांकि, रणथंभाैर-सरिस्का टाइगर रिजर्व 23 दिन ही खुल पाएंगे, क्योंकि हर साल 1 जुलाई से 30 सितंबर तक मानसून में वन्यजीवों की ब्रीडिंग के कारण ये बंद किए जाते हैं।

कोरोना के प्रति सतर्क रहना जरूरी: सीएम ने कहा- डब्ल्यूएचओ व कई विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले समय में कोरोना की स्थिति और विकट हो सकती है, ऐसे में हमें सजग और सतर्क रहना होगा। नियमों के प्रति जागरूक रहें।

धर्मगुरुओं का सहयोग सराहनीय रहागहलोत
सीएम ने कहा कि कोरोना के केस सामने आते ही सरकार ने इससे निपटने के लिए धर्म गुरुओं, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों, उद्यमियों सहित सभी वर्गों को साथ लिया। सभी ने प्रशासन का पूरा सहयोग किया और प्रदेश में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में रही। पूरे देश में इसकी सराहना हो रही है।