मुंबई। साल 1987 में रामानंद सागर की ‘रामायण’ ने दूरदर्शन पर खूब धमाल मचाया था। लॉकडाउन में भी इस शो के री-टेलिकास्ट ने रेकॉर्ड सफलता पाई। रामानंद सागर के बेटे आनंद सागर ने भी पिता की राह पर चलते हुए अपनी अगल पहचान बनाई। 2008 में आनंद सागर भी ‘रामायण’ लेकर आए। यह शो भी सुपरहिट रहा। इस शो की शूटिंग के दौरान भी एक ऐसा हादसा हुआ, जब सेट पर मौजूद हर किसी की हालत खराब हो गई थी।
बताया जाता है कि ‘रामायण’ की शूटिंग के शुरुआती दिनों में ही जब सीता और राम का विवाह हो रहा था, तब सेट पर एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया। गुरमीत चौधरी इस शो में ‘राम’ की भूमिका में हैं, जबकि देबिना बनर्जी ने ‘सीता’ का रोल प्ले किया है। विवाह वाले सीन की शूटिंग के दौरान अचानक ‘सीता मैया’ यानी देबिना के कपड़ों में आग लग गई थी। सेट पर उस वक्त अफरा-तफरी जैसा माहौल था।
…और धू-धू कर जलने लगा दुपट्टा
विवाह के सीक्वेंस की शूटिंग के दौरान का यह भयावह किस्सा खुद गुरमीत चौधरी ने सुनाया है। वह कहते हैं, ‘हम शो के विवाह वाले सीक्वेंस की शूटिंग कर रहे थे। देबिना ने मुकुट पहना हुआ था और उसके सिर पर जो दुपट्टा था वह बहुत लंबा था। इससे पहले कि हम यह सब नोटिस कर पाते, उसका दुपट्टा हवन-कुंड के भीतर चला गया और देखते ही देखते धू-धू कर आग जलने लगी।’
डीओपी ने चिल्लाकर लगाई आवाज
गुरमीत और देबिना असल जिंदगी में भी पति-पत्नी हैं। गुरमीत कहते हैं, ‘शुक्र है कि आग की लपटों को हमारे डी.ओ.पी ने देख लिया और उन्होंने फौरन चिल्लाकर आवाज लगाई। मैं तब देबिना के सबसे करीब खड़ा था। मैंने जल्दबाजी में उसके सिर से दुपट्टा हटाया। ईश्वर का आशीर्वाद है कि आग तब सिर्फ दुपट्टे में लगी थी। वर्ना उस दिन अनहोनी हो जाती।’
पौराणिक कथाओं में बढ़ी है दिलचस्पी
बता दें कि आनंद सागर की ‘रामायण’ का इन दिनों ‘दंगल’ टीवी पर री-टेलिकास्ट हो रहा है। लॉकडाउन में पौराणिक कथाओं को लेकर लोगों में रुचि बढ़ी है। यही कारण है कि शो इस दौर में भी लोगों को खूब पसंद आ रहा है।