नई दिल्ली। देशव्यापी लॉकडाउन-2 (Lockdown-2) अब 3 मई तक समाप्त होने की संभावना है। यानी राज्यों में कोरोना संक्रमण (corona Infaction) के मुतबिक वहां लाकडाउन को उसी अनुपात में खोलने की अनुमति मिल सकती है। राज्यों को आधिकारिक रूप से इस बात की जिम्मेदारी लेनी पड़ सकती है कि वह लाकडाउन खोलना चाहते हैं या बढ़ाना चाहते हैं।
केंद्र सरकार की ओर से हवाई सेवा, रेल सेवा में कुछ शर्तों के साथ जरूर लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्रियों की बैठक में लॉकडाउन की समीक्षा होगी। सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आगे के लिए एक्शन प्लान मांगा गया है।
अपने राज्यों में किए जा रहे प्रयासों के साथ उनको यह भी बताना है कि आगे इस स्थिति में क्या किया जाना चाहिए। वैसे अंतिम फैसला 1-2 मई के आसपास की स्थिति को देखते हुए ही लिया जाएगा। वैसे तो लगभग आधा दर्जन राज्यों ने अभी से इस बात के संकेत देना शुरू कर दिया है कि वह लाकडाउन को आगामी दो सप्ताह तक बढ़ाना चाहते हैं। सोमवार की बैठक में उनसे इस मामले में औपचारिक रूप से पूछा जा सकता है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, गुजरात, मध्य प्रदेश जैसे कई राज्यों में कोरोना संक्रमण की संख्या काफी तेज है। बहरहाल, शनिवार को दुकानों को खोलने का फैसला जिस तरह राज्य सरकारों पर छोड़ा गया था, उससे यह संकेत मिल रहे है कि केंद्र राज्यों पर इस बात की औपचारिक रूप से जिम्मेदारी देना चाहता है।
सूत्रों का कहना है कि इसका यह अर्थ नहीं है कि केंद्र अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है, जहां जरूरी होगा वहां फैसला भी लिया जाएगा और निर्देश भी दिया जाएगा। केंद्र सरकार से इस संबंध में समन्वय भी बनाया जाएगा। लेकिन राज्यों को आगे आकर जवाबदेही लेनी होगी।