जयपुर। चिकित्सा विभाग ने सोमवार को अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि जुकाम, खांसी वाले मरीजों को कोई भी मेडिकल स्टोर बिना डॉक्टर की पर्ची के दवा नहीं बेचेगा। कोरोना और स्वाइन फ्लू के लक्षण एक समान है।
राज्य सरकार के ध्यान में आया है कि वर्तमान समय में सामाजिक अलगाव की आशंका, कोरोना संक्रमण के बारे में भ्रांति व कोरोना संक्रमण की जांच के प्रति झिझक के कारण उक्त लक्षणों खांसी, जुकाम, गले में खराश एवं बुखार आदि से प्रभावित कुछ व्यक्ति चिकित्सा संस्थानों पर नहीं पहुंचकर सीधे ही आसपास के दवा विक्रेताओं से प्राथमिक उपचार की दवाई बिना किसी चिकित्सकीय परामर्श के ही ले रहे हैं।
ऐसे व्यक्तियों के चिकित्सा संस्थानों में नहीं पहुंचने के कारण उनका डाटा भी एकत्रित करना और उनके संक्रमण की जांच किया जाना भी संभव नहीं हो रहा। चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने प्रदेश के सभी दवा विक्रेताओं को निर्देश दिए हैं कि इस तरह के लक्षणों वाला कोई मरीज उनके यहां आता है तो उसे शिडयूल जी, एच, एचवन और एक्स में अंकित दवाइयां नहीं दी जाए।
ऐसे व्यक्ति का नाम पता, टेलीफोन नंबर लेकर अपने क्षेत्र के औषधि नियंत्रण अधिकारी, जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र या प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी को सूचित करेंगे। औषधि नियंत्रण अधिकारी उक्त सूचना अपने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को उपलब्ध कराएंगे। इसके बाद विभाग की टीम ऐसे व्यक्तियों की स्क्रीनिंग जांच करेगी।