नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोहराम मचा रहा कोरोना वायरस असल में दिखता कैसा है? हो सकता है कि यह सवाल आपके भी मन में उठता हो। इस दिशा में भारतीय वैज्ञानिकों को बड़ी कामयाबी मिली है। उन्होंने माइक्रोस्कोप के जरिए SARS-CoV-2 वायरस की तस्वीर ली है। यह कोरोना वायरस का ही वैज्ञानिक नाम है, जिसे कोविड-19 के अन्य नाम से भी जाना जाता है।
देश के पहले मरीज के सैंपल से लैब में ली तस्वीरें
भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला 30 जनवरी को केरल में पाया गया था। वैज्ञानिकों ने इस खतरनाक वायरस की चपेट में आने वाले देश के पहले शख्स के गले से कोरोना वायरस का सैंपल लिया था।
लॉकडाउन, रोजी-रोटी छिनने की वजह से इन मजदूरों को भुखमरी का डर सता रहा था। इनमें ज्यादातर प्रवासी दिहाड़ी मजदूर हैं या किसी फैक्ट्री में मामूली सैलरी पर काम करते थे। लॉकडाउन के दौरान क्या खाएंगे, क्या पीएंगे यही सोचकर इन्होंने पैदल ही कूच कर दिया। ज्यादातर मजदूर यूपी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के हैं।
इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में प्रकाशित हुआ शोध
कोरोना वायरस की माइक्रोस्कोप से ली गई तस्वीर समेत शोध में मिले नतीजों को इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च (IJMR) के हालिया संस्करण में प्रकाशित किया गया है।
इलाज ढूंढने में मिल सकती है मदद
अभी तक कोरोना वायरस का इलाज नहीं ढूंढा जा सका है। दुनियाभर में तमाम देशों के वैज्ञानिक इसका इलाज ढूंढने के लिए रिसर्च में जुटे हैं। भारतीय वैज्ञानिकों ने अब कोरोना वायरस की तस्वीर ली है, जिससे इसके इलाज की दिशा में आगे के शोध का रास्ता साफ हो गया है।