अहमदाबाद। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सोमवार को दो दिन के भारत दौरे पर अहमदाबाद पहुंचे। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मोटेरा स्टेडियम के ‘नमस्ते ट्रम्प’ कार्यक्रम में शामिल हुए। दोनों नेताओं ने यहां मौजूद 1.25 लाख लोगों को संबोधित किया। मोदी ने 11 मिनट स्वागत भाषण दिया जबकि उनका धन्यवाद भाषण 10 मिनट का रहा।
कुल 21 मिनट के दो भाषणों में मोदी ने न सिर्फ भारत-अमेरिका की दोस्ती पर जोर दिया बल्कि उन्होंने मेलानिया और इवांका ट्रम्प की भी तारीफ की। मोदी ने कहा- दो व्यक्ति हों या दो देशों के रिश्ते, उसका सबसे बड़ा आधार होता है, विश्वास। दोस्ती वहीं होती हैं, जहां विश्वास अडिग हो।
राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ परिवार की भी तारीफ
‘मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति ट्रम्प की लीडरशिप में दोनों देशों के रिश्ते गहरे हुए हैं। यह एक नया अध्याय है जो विकास और संप्रभुता को मजबूत करेगा। राष्ट्रपति ट्रम्प ने जो किया है। दुनिया उसे अच्छे से जानती है।’ ‘फर्स्ट लेडी मेलानिया आप समाज में बच्चों के लिए जो कर रही हैं, वो प्रशंसनीय है।’‘इवांका दो साल पहले भारत आई थीं। तब आपने कहा था कि मैं दोबारा आना चाहूंगी। मुझे खुशी है कि आज भारत में हैं। जेरेट आप लाइम लाइट से दूर रहते हैं, लेकिन जो करते हैं उसका दूरगामी परिणाम होता है।’
ट्रम्प के सामने भारत और संस्कृति की प्रशंसा
‘मैंने ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम से अमेरिका यात्रा की शुरुआत की थी। आज ट्रम्प ‘नमस्ते ट्रम्प’से अपनी यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। गुजरात की धरती में आपका स्वागत है। ये दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। एयरपोर्ट से स्टेडियम तक भारत की विविधता ही दिखी। ट्रम्प परिवार का यहां आना दोनों देशों के लिए घनिष्टता की मिठास दे रहा है।’
‘इस कार्यक्रम के नाम में ‘नमस्ते’ का मतलब भी बहुत गहरा है। ये दुनिया की प्राचीनतम भाषा में से एक संस्कृत का शब्द है। इसका मतलब है कि हम किसी व्यक्ति के भीतर मौजूद आत्मसम्मान को नमन करते हैं।’
राष्ट्रपति ट्रम्प आप उस भूमि पर है, जहां 5 हजार साल पुरानी प्लांड सिटी धौलावीरा और लोथल पोर्ट रहा है। आज आप विविधता से भरे भारत में हैं। भारत और अमेरिका के बीच विविधता मजबूत रिश्ते का आधार है। एक को स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का गौरव है तो दूसरे को दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटि का गर्व है।’
धन्यवाद भाषण में दोहराई भारत-अमेरिका दोस्ती की बात
‘राष्ट्रपति, आपने अभी जो भारत के बारे में कहा। महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद और सरदार पटेल को याद किया। मेरे बारे में भी बहुत कुछ कहा। मैं भारतीयों की तरफ से आपका आभार व्यक्त करता हूं। ट्रम्प ने न सिर्फ भारत का गौरव बढ़ाया, बल्कि अमेरिका में रहने वाले भारतीयों का भी सम्मान बढ़ाया है।’
यह स्टेडियम दुनिया में सबसे बड़ा है। यहां कुछ सुविधाएं निर्माण के दौर में हैं। फिर भी आपके यहां आने से खेल जगत से जुड़े हर व्यक्ति को प्रोत्साहन मिला। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन ने यह जगह उपलब्ध कराई। दो व्यक्ति हों या दो देशों के संबंध, उसका सबसे बड़ा आधार होता है, विश्वास। दोस्ती वहीं होती हैं, जहां विश्वास अडिग हो।’
अमेरिका की अपनी यात्राओं में मैंने इस विश्वास को दिनों-दिन मजबूत होते दिखा है। जब मैं ट्रम्प से पहली बार मिला था, तब ट्रम्प ने कहा था कि व्हाइट हाउस के लिए भारत एक सच्चा दोस्त है। जब व्हाइट हाउस में दिवाली मनाई जाती है तो अमेरिका में रहने वाले 40 लाख भारतीय भी अमेरिका की प्रगति में सहयात्री होने पर गर्व महसूस करते हैं।’
आज 130 करोड़ भारतवासी न्यू इंडिया का निर्माण कर रहे हैं। हमारी युवा शक्ति आकांक्षों से भरी हुई है। आज भारत में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम ही नहीं है, आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ इंश्योरेन्स स्कीम भी चला रहा है। यहां दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क ही नहीं, दुनिया का सबसे बड़ा सेनिटेशन प्रोग्राम भी चल रहा है।’