नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के बैंकों को अनुमति दी है कि वे घरेलू ट्रेडिंग समयावधि के बाहर फॉरेन करेंसी ट्रांजैक्शन ऑफर कर सकते हैं। इस कदम से घरेलू बाजार में ट्रेडिंग बढ़ने की उम्मीद है। आरबीआई ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि कोई भी बैंक या बैंक की ओवरसीज ब्रांच किसी दूसरे बैंक से या घरेलू या देश के बाहर रह रहे ग्राहकों से किसी भी समय डील कर सकता है।
आरबीआई की तरफ से बैंकों को यह अनुमति मिलने के बाद कैटेगरी-1 बैंक अपने ग्राहकों को हर समय फॉरेन एक्सचेंज प्राइसेज ऑफर कर सकेंगे। यह प्राइसेज किसी घरेलू सेल्स टीम या बैंक की ओवरसीज ब्रांच के जरिए ऑफर किए जाएंगे। आरबीआई ने कहा कि उसने ऑफशोर रुपया मार्केट के बारे में टास्क फोर्स के सुझावों को स्वीकार किया, जिसके बाद यह फैसला दिया है।
रुपए की ट्रेडिंग में मुंबई को पछाड़कर लंदन बना टॉप स्पॉट
टास्क फोर्स ने आरबीआई को सुझाव दिया था कि आंशिक रूप से बदला जाने वाले रुपए की ट्रेडिंग भारत से ज्यादा विदेश में किए जाने के ट्रेंड को पलटने की जरूरत है। मुंबई को पछाड़कर लंदन रुपए की ट्रेडिंग का टॉप सेंटर बन गया है। इसके चलते घरेलू बाजार में इस बात की तेज मांग उठी है कि ऑनशोर मार्केट को विस्तार दिया जाए। डीलर्स आरबीआई के इस कदम की सराहना कर रहे हैं।