कोटा। रसोई में अनुपयोगी जैविक कचरे के निस्तारण के लिए शहर में प्रथम रसोई की बगिया लगाई गई है । इस पद्धति में एक लोहे के ड्रम में विभिन्न प्रकार के जैविक पदार्थाें से मिला मिट्टी का मिश्रण डालकर उसमें 13 विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए जाते हैं। ये पौधे रसोई से निकलने वाले जैविक अपशिष्ठ से चलते हैं।
कोटा विभाग संयोजक त्रिलोक जैन ने बताया कि संस्थान द्वारा दादाबाड़ी में सदभावना पार्क के सामने जैविक कचरा निस्तारण के लिए रसोई की बगिया का प्रथम ड्रम लगाया गया। इससे शहर को स्वच्छ बनाने में भी सहयोग मिलता है और किचन गार्डन भी तैयार हो जाता है।
उन्होंने बताया कि अमृतादेवी पर्यावरण नागरिक संस्थान एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पर्यावरण गतिविधि के तहत पूरे शहर में इस प्रकार के ड्रम लगाकर शहर को जैविक कचरे से मुक्त करने का लक्ष्य लेकर अपना संस्थान के कार्यकर्ता कार्य कर रहे है। अपना संस्थान का यह कार्य सम्पूर्ण राजस्थान में चल रहा है।