ऑफर / गूगल पिक्सल डिवाइस में खामी ढूंढिए और पाइये 1.5 मिलियन डॉलर

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नई दिल्ली। Google अपने Pixel स्मार्टफोन्स को हैक करने वाले को इनाम में 1.5 मिलियन डॉलर ( करीब 10 करोड़ 76 लाख रुपये) देगा। गूगल ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि वह पिक्सल डिवाइस में मौजूद Titan M चिप की सिक्टॉरिटी को तोड़ने वाले यूजर या रिसर्चर को 1 मिलियन डॉलर देने को तैयार है।

टाइटन M चिप खासतौर से पिक्सल डिवाइसेज के लिए इंट्रोड्यूस किया गया था। यह पिक्सल डिवाइस को बेस्ट सिक्यॉरिटी देता है जिससे डिवाइस और ऑपरेटिंग सिस्टम में मौजूद कॉन्फिडेंशल डेटा को पूरी तरह सुरक्षित जाता है।

टाइटन M को सभी डिवाइसेज के बीच बिल्ट-इन सिक्यॉरिटी देने के लिए सबसे ज्यादा रेटिंग दी गई है। गूगल ने समझाते हुए कहा, ‘हमने डेडिकेटेड इनाम इसलिए रखा है ताकि रिसर्चर्स इसमें खामी खोजें और हम उसे ठीक कर यूजर्स को बेस्ट सर्विस के साथ ही बेहतर सिक्यॉरिटी दे सकें।’

ऐंड्रॉयड में गड़बड़ी खोजने पर भी बड़ा इनाम
इतना ही नहीं, गूगल ने ऐंड्रॉयड वर्जन को हैक या उसमें खामी ढूंढने वाले के लिए भी इनाम की घोषणा की है। कंपनी ने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, ‘इसके अलावा हम ऐंड्रॉयड के कुछ खास प्रीव्यू वर्जन के लिए भी एक स्पेशल प्रोग्राम लॉन्च कर रहे हैं। इसमें गड़बड़ी ढूढ़ने वाले को भी 50% अमाउंट बोनस के तौर पर दिया जाएगा। इस हिसाब से इस बग बाउंटी प्रोग्राम में मिलने वाली इनाम की कुल राशि 1.5 मिलियन डॉलर हो जाती है।’

इनाम के तौर पर अब तक दे चुका है 4 मिलियन डॉलर
गूगल ने ऐंड्रॉयड के लिए बग बाउंटी प्रोग्राम की शुरुआत साल 2015 में की थी। कंपनी ने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि उसमें अब तक 1800 रिपोर्ट्स को इनाम दे चुका है। इसके लिए कंपनी ने बग बाउंटी हंटर्स को चार सालों में कुल 4 मिलियन डॉलर का भुगतान किया है। पिछले 12 महीनों में भी कंपनी ने गूगल के सिस्टम में खामी का पता लगाने वालों को इनाम के तौर पर 1.5 मिलियन डॉलर दे चुकी है।

कई कंपनियां चलाती हैं बग बाउंटी प्रोग्राम
टेक कंपनियों के लिए बग बाउंटी प्रोग्रम काफी आम हैं। इसमें कंपनियां सिक्यॉरिटी रिसर्चर्स को अपने हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर में बग या कोई गड़बड़ी का पता लगाने के लिए कहती हैं। कई कंपनियां ऐसी हैं जो अपने प्रॉडक्ट में गड़बड़ी पता लगाने वाले रिसर्चर्स को इनाम के तौर पर भारी रकम देती हैं।