दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स छू सकता है 91 हजार का लेवल, मॉर्गन स्टेनली का अनुमान

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नई दिल्ली। Morgan Stanley Sensex target: मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) के एनालिस्ट्स ने दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स के लिए अपना टारगेट 12 प्रतिशत घटाकर 82,000 कर दिया है। पहले यह 93,000 रखा गया था। हालांकि, यह टारगेट भी मौजूदा स्तरों से लगभग 7% अधिक है और इसके पूरा होने की संभावना 50 प्रतिशत आंकी गई है।

मॉर्गन स्टेनली में इक्विटी रिसर्च प्रमुख और रणनीतिकार (इंडिया) ऋदम देसाई ने उपासना चाचरा, बानी गंभीर और नयंत पारिख के साथ मिलकर लिखे नोट में यह अनुमान जताया है। यह अनुमान इस बात पर आधारित है कि भारत में मैक्रो स्थिरता बनी रहेगी। इसमें फिस्कल मजबूती, प्राइवेट इन्वेस्टमेंट में वृद्धि और रियल ग्रोथ रेट तथा ब्याज दरों के बीच पॉजिटिव लिहाज से अंतर शामिल हैं।

इसके अलावा नोट में घरेलू ग्रोथ के मजबूत रहने, अमेरिका में ग्रोथ सुस्त होने लेकिन मंदी नहीं और कच्चे तेल की कीमतें नियंत्रण में रहने का अनुमान जताया गया है। एनालिस्ट्स ने यह भी कहा कि टैरिफ से जुड़ी ज्यादातर नकारात्मक खबरें पहले ही सामने आ चुकी हैं।

मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, इस आधारभूत स्थिति में शॉर्ट टर्म ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती और सकारात्मक लिक्विडिटी माहौल की भी उम्मीद है। निवेश रणनीति के तहत एनालिस्ट्स फाइनेंशियल सर्विसेज, कंज्यूमर साइक्लिकल और इंडस्ट्रियल सेक्टर पर ओवरवेट हैं। जबकि एनर्जी, मेटल, यूटिलिटी और हेल्थकेयर सेक्टर पर अंडरवेट स्थिति बनाए हुए हैं।

नोट में यह भी कहा गया है कि उन्हें शेयर बाजार में इक्विटी जारी करने की अधिक भीड़ की आशंका नहीं है और खुदरा निवेशकों की मांग सप्लाई से आगे बनी हुई है। उनका अनुमान है कि सेंसेक्स की आय (earnings) वित्त वर्ष 2027-28 (FY28) तक सालाना 16 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी।

बुल केस में 91,000 टच करेगा सेंसेक्स
अगर सरकार की ओर से GST में कटौती और कृषि कानूनों पर प्रगति जैसी सुधारात्मक नीतियां उम्मीद से बेहतर होती हैं, तो मॉर्गन स्टेनली को उम्मीद है कि सेंसेक्स दिसंबर 2025 तक 91,000 के स्तर तक पहुंच सकता है। दिसंबर 2024 में मॉर्गन स्टेनली ने सेंसेक्स के दिसंबर 2025 तक 105,000 अंक तक पहुंचने का अनुमान जताया था। हालांकि, एजेंसी ने अब इसे घटाकर 91,000 कर दिया है और इसके 30% होने की संभावना जताई है।

इस स्थिति में आय में 18 प्रतिशत सालाना वृद्धि, कच्चे तेल की कीमतें लगातार 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे रहना, महंगाई पर काबू और RBI की दरों में और कटौती जैसी उम्मीदें शामिल हैं। इसके अलावा वैश्विक व्यापार युद्ध के ठंडे होने और टैरिफ रुख में नरमी भी सेंसेक्स में इस वृद्धि के बड़े कारणों में से हैं।