नई दिल्ली। देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में सुधरकर 7.2 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी, जबकि 2018-19 में यह 7.7 प्रतिशत पर पहुंचेगी। 2016-17 में जीडीपी की वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही है।
वैश्विक वित्तीय सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी यूबीएस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार द्वारा सुधारों को आगे बढ़ाने और निजी निवेश की स्थिति बेहतर होने से जीडीपी की वृद्धि दर में सुधार होगा।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2016-17 की चौथी तिमाही में देश की जीडीपी की वृद्धि दर घटकर 6.1 प्रतिशत पर आ गई। 2016-17 में यह 7.1 प्रतिशत रही। यूबीएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि धीरे-धीरे सुधार से उत्पादकता की स्थिति बेहतर होगी और इससे आगे सतत वृद्धि का रास्ता खुलेगा।
रिपोर्ट में सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की सराहना की गई है। फिलहाल सरकार जीएसटी, मुद्रास्फीति लक्ष्य, नई दिवालापन संहिता, वित्तीय समावेशन, एफडीआई नियमों में ढील, कालेधन पर अंकुश और डिजिटाइजेशन को प्रोत्साहन जैसे सुधारों को आगे बढ़ा रही है।
यूबीएस सिक्यॉरिटीज इंडिया की अर्थशास्त्री तन्वी गुप्ता जैन ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि 2017-18 में जीडीपी की वृद्धि दर बढ़कर 7.2 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी और 2018-19 यह 7.7 प्रतिशत रहेगी।’