कोटा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सात उद्योगों को राजस्थान उद्योग रत्न व चार बुनकर और एक हस्तशिल्पी को राजस्थान बुनकर रत्न व राजस्थान हस्तशिल्प रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। पुरस्कार के लिए चयनित नामों की घोषणा कर दी गई है। जिसमें श्रेष्ठ बुनकर के रूप में कोटा के दो बुनकरों मुस्तकीम कचारा और नसरुद्दीन अंसारी को सम्मानित किया जाएगा।
उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने बताया कि प्रदेश में दूसरी बार औद्योगिक प्रतिष्ठानों को राजस्थान उद्योग रत्न से पुरस्कृत किया जा रहा है। इस महीने जयपुर में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय समारोह में यह पुरस्कार दिए जाएंगे। पुरस्कार के तहत एक-एक लाख रुपए नकद, प्रशस्ति पत्र और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया जाएगा। इससे राज्य में उद्योगों को अधिक बेहतर कार्य करने का प्रोत्साहन मिलेगा।
मुस्तकीम कचारा : काेटा डोरिया के प्रचार-प्रसार के लिए काम कर रहे हैं। इन्हें 2014 में पीएम मोदी से चेन्नई में नेशनल अवार्ड से सम्मानित कर चुके हैं। वे रुस, फ्रांस और पाकिस्तान और ब्राजील में इसकी ब्रांडिंग कर चुके है। 2017 में वे ऐतिहासिक ब्राजील फेयर में कोटा डोरिया साड़ी से लेकर शूट, स्कर्ट, शर्ट, स्कार्फ, दुपट्टे सहित अन्य प्रोडक्ट का प्रमोशन कर चुके है।
नसरूद्दीन अंसारी : कोटा डोरिया की दुनियाभर में पहचान दिलाने के लिए अंसारी भी जी-जान से जुटे हुए है। वे भी दुनिया भर में मार्केटिंग के लिए पहुंच रहे हैं। 2005 में कैथून के नसरूद्दीन अंसारी रसिया और 2007 में कराची-लाहौर गए।
राव किशोर सिंह कोटा में लाए थे मैसूर से बुनकर : 17वीं शताब्दी के अंत और 18वीं शताब्दी की शुरूआत में तत्कालीन राव किशोर सिंह मैसूर से बुनकरों को लेकर आए थे। उस समय कैथून में बुनकरों के माध्यम से विभिन्न उत्पाद तैयार किए। इनमें तब काटर्न का ही इस्तेमाल होता था।