नोएडा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेक इन इंडिया पहल ने भारत को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरर बना दिया है। उन्होंने कहा, देश में मोबाइल फैक्ट्री की संख्या बढ़कर 120 हो गई है, जो 4 साल पहले इसकी संख्या 2 थी।
मोदी ने नोएडा में सैमसंग के नए मोबाइल प्लांट के उद्घाटन पर यह बात कही। मोदी ने कहा, मोबाइल फोन बनाने वाली फैक्ट्रियों की संख्या बढ़ने से 4 लाख डायरेक्ट नौकरियां उत्पन्न हुई है। भारत में 40 करोड़ स्मार्टफोन और 32 करोड़ लोग ब्रॉडबैंड यूज कर रहे हैं।
सैमसंग के मुताबिक, यह वर्ल्ड की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री है। इस उद्घाटन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए। कंपनी के मुताबिक, इस मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के जरिए 2 हजार लोगों को जॉब मिलेगी। भारत में सैमसंग अभी 6.7 करोड़ स्मार्टफोन बना रही है और नए यूनिट से करीबन 12 करोड़ मोबाइल फोन का निर्माण कर पाएगी।
35 एकड़ में फैला है प्लांट
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन पहली बार इंडिया आए और उन्होंने सैसमंग के सबसे बड़े मोबाइल प्लांट का उद्घाटन पीएम मोदी के साथ मिलकर किया।
सैमसंग ने 35 एकड़ जमीन पर नोएडा सेक्टर 81 में अपना प्लांट लगाया है। इस फैक्ट्री के साथ हैलीपैड भी बनाया है। इससे पहले सैमसंग ने साल 1996 और 1997 में यूनिट खोली थी। साल 2005 में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट खोली थी। बीते साल सैमसंग ने 4,915 करोड़ रुपए स्मार्टफोन और रैफ्रिजरेटर की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को बढ़ाने में इन्वेस्ट किए थे।
मिलेंगी 2,000 नौकरी
भारत में सैमसंग अभी 6.7 करोड़ स्मार्टफोन बना रही है और नए यूनिट से करीबन 12 करोड़ मोबाइल फोन का निर्माण कर पाएगी। कंपनी के मुताबिक, इन नए प्लांट से करीब 2,000 नई नौकरियां होंगी।
इसके अलावा सैमसंग की तमिलनाडु में भी यूनिट है। इसके अलावा 5 आर एंड डी यूनिट भी है। सैमसंग मेंकरीब 70 हजार कर्मचारी काम करते हैं। सैमसंग के इन्वेस्टमेंट प्लान को यूपी सरकार ने हाल में ही पास किया था।
सार्क देशों में बढ़ेगा निर्यात
सैमसंग वर्तमान में अपना 10 फीसदी प्रोडक्शन भारत में करती है और अगले तीन सालों में वह इस आंकड़े को 50 फीसदी पर ले जाना चाहती है। नए प्लांट से सैमसंग को सार्क देशों में अपने निर्यात को बढ़ाने में मदद मिलेगी।