हॉस्टन (यूएस)। भारत में जन्मीं दिव्या सूर्यदेवरा अमेरिका की सबसे बड़ी ऑटो कंपनी जनरल मोटर्स (जीएम) की अगली चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) होंगी। 39 वर्षीय दिव्या 1 सितंबर को ये पद संभालेंगी। वे मौजूदा सीएफओ चक स्टीवेंस (58) की जगह लेंगी।
दिव्या ना सिर्फ जनरल मोटर्स, बल्कि ग्लोबल ऑटो सेक्टर की पहली महिला सीएफओ बनेंगी। पिछले 11 महीने से वे कंपनी में वाइस प्रेसिडेंट (कॉरपोरेट फाइनेंस) की जिम्मेदारी देख रही हैं।
दिव्या को बड़ी जिम्मेदारी देने की 5 वजह
1) जीएम ग्रुप की यूरोपियन यूनिट ओपेल के विनिवेश में महत्वपूर्ण भूमिका
2) सेल्फ ड्राइविंग कार यूनिट क्रूज ऑटोमेशन के अधिग्रहण में रोल
3) लिफ्ट इंक स्टार्टअप में निवेश के दौरान अहम जिम्मेदारी
4) जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप से 2.25 अरब डॉलर का निवेश लाने में योगदान
5) जीएम को प्रमुख एजेंसियों से ऊंची रेटिंग दिलाने में रोल
दिव्या ‘सी सुइट’ में शामिल होंगी
– महिलाओं की तरक्की के लिए काम करने वाली संस्था कैटेलिस्ट की सीनियर रिसर्च डायरेक्टर अन्ना बेनिंग्नर का कहना है कि महिलाओं के ‘सी सुइट’ में शामिल होने या सीईओ के स्तर तक पहुंचने की रफ्तार इस वक्त काफी कम है। ऐसे में जनरल मोटर्स ने अच्छा उदाहरण पेश किया है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आगे भी ऐसा ही ट्रेंड रहेगा।
– किसी कंपनी के टॉप मोस्ट अधिकारियों के लिए ‘सी सुइट’ टर्म इस्तेमाल किया जाता है। इसका संबंध वरिष्ठ पदों के पहले शब्द ‘सी’ से है, जैसे- सीईओ, सीएफओ, सीओओ, सीआईओ।
– जीएम में सीईओ की जिम्मेदारी मैरी बर्रा संभाल रही हैं। सीएफओ के लिए भी एक महिला को चुना गया है। दिव्या के सीएफओ बनने के बाद कंपनी में टॉप पोजिशन संभालने वाली महिलाओं की तादाद 27% हो जाएगी।
39 साल की दिव्या 14 साल में सीएफओ के पद तक पहुंचीं
– दिव्या ने सितंबर 2004 में जनरल मोटर्स कंपनी में सीनियर फाइनेंशियल एनालिस्ट की पोस्ट पर ज्वॉइन किया था। इस साल सितंबर में ही वो सीएफओ का पद संभालेंगी।
– दिव्या का जन्म 1980 में चेन्नई में हुआ यानी जब स्टीवेंस ने करियर शुरू किया, तब वे पैदा भी नहीं हुई थीं।
– दिव्या ने मद्रास यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में मास्टर डिग्री हासिल की। हावर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए करने के लिए 2001 में वो अमेरिका चली गईं। अगस्त 2003 से अगस्त 2004 तक उन्होंने यूबीएस इन्वेस्टमेंट बैंक में बतौर एसोसिएट डायरेक्टर काम किया।