नई दिल्ली। डिमांड में कमी के चलते वायदा बाजार में सोने की कीमतें 2 महीने के लो पर आ गई हैं। ऐसे में घटे दामों में सोने में निवेश करें तो दिवाली तक सोना 35 हजार प्रति 10 ग्राम का भाव छू सकता है, जो करंट प्राइस से 11 फीसदी ज्यादा होगा।
हाजिर बाजार में भी सोना पिछले एक हफ्ते में 1000 रुपए तक सस्ता हुआ है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि रुपए में मजबूती, जियोपॉलिटिकल टेंशन में कमी, अधिकमास में डिमांड में कमी जैसे फैक्टर्स से सोने की कीमतों में गिरावट आई है। हालांकि गिरावट पर सोने में निवेश के लिए बेहतर मौका बन रहा है। आगे बेहतर मानसून का अनुमान है, जिससे ग्रामीण इलाकों की आय बढ़ेगी। ऐसे में ग्रामीण इलाकों से सोने में डिमांड भी बढ़ेगी।
सोने के भाव में गिरावट की वजह
दिल्ली के रतनचंद ज्वालानाथ ज्वैलर्स के मालिक तरुण गुप्ता कहना है कि सोने के भाव में एक हजार रुपए की कमी आई है। हाजिर बाजार में सीजन के दौरान सोने का भाव 32,600 रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंच गया था, जो 1000 रुपए लुढ़ककर अब 31,600 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया है।
सोने का अब तक का परफॉर्मेंस
केडिया के मुताबिक, सालाना आधार पर एमसीएक्स पर सोने के भाव में 6.5 फीसदी बढ़त है। वहीं साल 2018 में अभी तक भाव 5.40 फीसदी बढ़ा है। एक महीने में सोने में 0.64 फीसदी की तेजी है। लेकिन एक हफ्ते में सोने की कीमतों में 1.48 फीसदी की गिरावट आई है।
इंटरनेशनल मार्केट की बात करें तो सालाना आधार पर सोना 1.5 फीसदी बढ़ा है, जबकि इस साल में अभी तक कीमतें 80 फीसदी गिरी हैं। एक महीने में कीमतों में 0.51 फीसदी की गिरावट रही। वहीं एक हफ्ते में सोने का भाव में 0.40 फीसदी की कमजोरी आई।
इन कारणों से सोने में आएगी तेजी
-पॉलिटिकल अनसर्टेनिटी से मिलेगा सपोर्ट
एंजेल ब्रोकिंग कमोडिटी के डिप्टी वाइस प्रेसिंडेंट अनुज गुप्ता के मुताबिक, हाल ही में उपचुनाव के नतीजे आए हैं जिसमें केंद्र की सरकार को झटका लगा है। वहीं कनार्टक में सबसे ज्यादा सीटें आने के बावजूद बीजेपी सरकार नहीं बना पाई है। इससे एक पॉलिटिकल अनसर्टेनिटी बढ़ी। ऐसे में अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कम सीटें मिलने की उम्मीद से गोल्ड को सपोर्ट मिलेगा।
– ब्याज दरें बढ़ाने पर गोल्ड में बढ़ेगा निवेश
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने इस तीन बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी का अनुमान जताया है। जून में फेडरल रिजर्व ब्याज दरें बढ़ने के संकेत से महंगाई बढ़ेगी। जिसका फायदा गोल्ड को मिलेगा। महंगाई बढ़ने पर गोल्ड में निवेश बढ़ेगा।
-जियोपॉलिटिकल टेंशन औऱ ट्रेड वार
एक्सपर्ट के मुताबिक, इटली में पॉलिटिकल संकट औऱ ट्रेड वार से यूरो में गिरावट आई है, जो गोल्ड को सपोर्ट कर रहा है। वहीं अमेरिका द्वारा कनाडा, मेक्सिको और यूरोप से एल्युमीनियम और स्टील पर इम्पोर्ट लगाए जाने से ग्लोबल सेंटीमेंट्स खराब हुआ है। जियोपॉलिटिकल टेंशन बढ़ने पर सुरक्षित निवेश के तौर पर गोल्ड में निवेश बढ़ जाता है। वहीं चीन और अमेरिका में ट्रेड वार पर अभी अनिश्चितता बनी हुई है। जिससे गोल्ड को सपोर्ट मिलेगा।