नई दिल्ली। फाइनेंशियल ईयर 2018 की चौथी तिमाही के नतीजों के पहले फेज से कॉरपोरेट अर्निंग में रिकवरी के संकेत मिलने लगे हैं। Q1, Q2 और Q3 के नतीजों पर जहां नोटबंदी और जीएसटी का असर दिखा, वहीं चौथी तिमाही में कंपनियां इससे उबरती दिख रही हैं।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस सीजन में अर्निंग में दो अंकों में ग्रोथ दिख सकती है। जिससे मार्केट को बूस्ट मिलेगा। वहीं, अफोर्डेबल हाउसिंग, रूरल इकोनॉमी पर सरकार फोकस रहने और बेहतर मानसून का भी फायदा मिलेगा। अगले 2 महीनों में निफ्टी 11000 का स्तर पार कर सकता है। हालांकि शॉर्ट टर्म में करेक्शन से इंकार नहीं किया जा सकता है।
डबल डिजिट में ग्रोथ की उम्मीद
-एपिक रिसर्च के सीईओ मुस्तफा नदीम का कहना है कि इस अर्निंग सीजन में जिस तरह का ट्रेंड दिखा है, उस लिहाज से डबल डिजिट ग्रोथ रहने की उम्मीद है। पिछले फाइनेंशियल में कमोडिटी की कीमतें और इनफ्लेशन स्टेबल रहने का फायदा कंपनियों को होगा। प्राइवेट बैंक, एनबीएफसी में बेहतर ग्रोथ की उम्मीद है। वहीं, पीएसयू बैंक में न्यूट्रल स्टैंड है। हालांकि नतीजों से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि आगे टेलिकॉम में टर्न अराउंड आ सकता है।
-फॉर्च्युन फिस्कल के डायरेक्टर जगदीश ठक्कर का कहना है कि आईटी कंपनियों के नतीजे सेक्टर में टर्नअराउंड के संकेत दे रहे हैं। इससे सेक्टर को लेकर पॉजिटिव संकेत बन रहे हैं। वहीं, ऑटो और एफएमसीजी कंपनियों में बेहतर ग्रोथ रहने की उम्मीद है।
उनका कहना है कि जहां तक आईटी सेक्टर की बात है बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस और इंश्योरेंस सेक्टर में मंदी के बाद अब यूएस में रिकवरी दिखने लगी है। डिजिटल सेग्मेंट में बड़ी डील हासिल करने से साफ है कि कंपनियां नई टेक्नोलॉजी में निवेश बढ़ा रही हैं। वहीं, मिडकैप कंपनियों में लगातार ग्रोथ आ रही है।
बाजार को इन वजहों से सपोर्ट
एक्सपर्ट्स का कहना है कि निफ्टी ने एक बार फिर 10700 का स्तर पार किया है। कॉरपोरेट अर्निंग से अच्छे सोंटीमेंट बन रहे हैं। मानसून बेहतर रहने की उम्मीद है, जिससे डिमांड बेहतर रहेगी।
वहीं, सरकार का अफोर्डेबल हाउसिंग, रूरल इकोनॉमी और इंफ्रा पर फोकस रहने से डिमांड स्टोरी और बेहतर रहने की उम्मीद है। रूरल थीम आगे भी दिखेगा। इन फैक्टर्स से मार्केट को सपोर्ट मिलेगा।
11000 का स्तर पार कर सकता है निफ्टी
मुस्तफा नदीम का कहना है कि निफ्टी में पॉजिटिव मोमेंटम बन गया है, जो आगे भी जारी रहने की उम्मीद है। आगे निफ्टी में 20 फीसदी की ग्रोथ आ सकती है, हालांकि बीच में शॉर्ट टर्म करेक्शन से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। लेकिन इस बीच कोई भी गिरावट निवेशकों के लिए बेहतर खरीददारी का मौका लेकर आएगी।
मार्केट एक्सपर्ट सचिन सर्वदे का कहना है कि निफ्टी में अच्छी रिकवरी दिखी है। निफ्टी के लिए 10780 का स्तर बहुत अहम है। अगर यह स्तर टूट जाता है तो निफ्टी अगली तिमाही में अपना नया हाई बना सकता है।