नई दिल्ली। ICICI बैंक से जुड़े वीडियोकॉन लोन विवाद के बाद इनकम टैक्स विभाग ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को नोटिस जारी किया है। इसके अलावा इस विवाद से जुड़ी कंपनी न्यूपॉवर को भी विभाग ने नोटिस भेजा है।
आरोप है कि ICICI बैंक ने 2012 में वीडियोकॉन को 3250 करोड़ रुपए का लोन दिया था, जो बाद में घूमफिर कर न्यूपावर कंपनी के पास आ गया, जिसके मुखिया चंदा कोचर के पति दीपक कोचर हैं। बाद में बैंक ने इस लोन को एनपीए घोषित कर दिया था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि इस लोन को देने में गड़बड़ी की गई है।
सेक्शन 131 के तहत जारी हुआ नोटिस
दीपक कोचर को यह नोटिस इनकम टैक्स कानून के सेक्शन 131 के तहत जारी किया गया है। इसमें उनसे डिटेल में जानकारी मांगी गई है। जिसमें उनकी पर्सनल वैल्थ और पिछले कई साल के इनकम टैक्स रिटर्न का विवरण मांगा गया है। इसके अलावा न्यूपाॅवर रिन्यूबल्स के साथ लेनदेन के भी सबूत मांगे गए हैं।
कुछ और लाेगों को भी जारी हुए नोटिस
विभाग का कहना है कि इस मामले में इससे जुड़े कुछ और लोगों को भी नोटिस जारी किए गए हैं। इनमें कुछ कंपनियां भी शामिल हैं। विभाग का कहना है कि इन लोगों को जबाव मिलने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
ये है वीडियाकाॅन लोन विवाद
वीडियोकॉन को 3250 करोड़ रुपए लोन देने में गड़बड़ी के आरोपों की सीबीआई प्रारंभिक जांच कर रही है। यह लोन 2012 में दिया गया था। आरोप है कि इस लोन से चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को फायदा हुआ था। आरोप है कि वीडियोकॉन के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने 64 करोड़ रुपए का निवेश न्यू पॉवर में किया था, जिसका मालिकाना हक दीपक कोचर का है। यह लोन बैंकों के एक समूह ने दिया था, जिसमें आईसीआईसीआई बैंक भी शामिल था।
ICICI बैंक का गड़बड़ी से इनकार
ICICI बैंक देश का तीसरा सबसे बड़ा निजी बैंक है। बैंक के बोर्ड ने इस लोन को देने में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। यह लोन बैंकों के एक समूह ने दिया था, जिसमें ICICI बैंक सिर्फ एक सदस्य था। बैंक के बोर्ड ने चंदा कोचर का बचाव करते हुए कहा कि उन पर लगाए जा रहे आरोपों में दम नहीं है।