नई दिल्ली। Stock Market Closed : घरेलू शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार 6ठें ट्रेडिंग सेशन में गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी-50 शुरुआती कारोबार में 1 फीसदी से ज्यादा फिसलने के बाद अंत में हल्की गिरावट लेकर बंद हुए।
पिछले कुछ दिनों से भारतीय शेयर बाज़ार में निराशा का माहौल छाया हुआ है। जीडीपी की धीमी वृद्धि, देसी कंपनियों के दिसंबर तिमाही के नरम नतीजें और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से जुड़ी चिंताओं के कारण बाजार में दबाव दिख रहा है।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 100 से ज्यादा अंक गिरकर खुला। कुछ ही देर में इसमें गिरावट बढ़ गई। कारोबार के दौरान यह 75,388 अंक तक गिर गया था। कारोबार के दूसरे भाग में इंडेक्स में रिकवरी आई। अंत में यह 122.52 अंक या 0.16% गिरकर 76,171 पर बंद हुआ।
इसी तरह से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी आज 26.55 अंक या 0.12% की गिरावट लेकर 23,045.25 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 22,798.35 अंक के नीचले स्तर तक चला गया था।
निवेशकों के 21 लाख करोड़ डूबे
शेयर बाजार में पिछले (5 फरवरी) से जारी गिरावट की वजह से निवेशकों के 21 लाख करोड़ रुपये से अधिक डूब गए। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप बुधवार (12 फरवरी) को घटकर 4,07,46,408 करोड़ रुपये रह गया। पिछले बुधवार (5 फरवरी) को यह 4,28,03,611 करोड़ रुपये था। इस तरह, बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 20,57,203 करोड़ रुपये घटा है।
शेयर बाजार में गिरावट की वजह
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ योजनाओं पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कनाडा और यूरोपीय संघ (ईयू) ने “यदि आवश्यक हो तो टैरिफ का मजबूती और दृढ़ता से विरोध करने” का फैसला किया है। ट्रम्प ने सोमवार को अमेरिका में स्टील और एल्युमीनियम आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का फैसला किया। उन्होंने और अधिक टैरिफ लगाने की भी चेतावनी दी है। वहीं, यूरोपीय संघ और कनाडा का कहना है कि वे अपने आर्थिक हितों और अपने श्रमिकों, व्यवसायों और उपभोक्ताओं की रक्षा के लिए “दृढ़ और आनुपातिक जवाबी उपाय” के साथ जवाबी कार्रवाई करेंगे।
स्टॉक मार्केट से बिकवाली
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) का भारतीय शेयर बाजारों से बिकवाली का सिलसिला जारी है। एफआईआई लगभग हर रोज भारतीय स्टॉक बेच रहे हैं। एफआईआई ने मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में 4,486.4 करोड़ रुपये की इक्विटी