रथकांकरा के पास नया जंगल सफारी रूट शीघ्र शुरू किया जाएगा: मुख्य वन संरक्षक

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मुकुंदरा अभ्यारण्य के कोर एरिया में सफारी चलाई जाए: अशोक माहेश्वरी

कोटा। मुकुंदरा अभ्यारण्य में रावतभाटा रोड पर रथकांकरा के पास नया जंगल सफारी रूठ शीघ्र शुरू किया जाएगा। यह जानकारी वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक मुथु एस ने होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन के प्रतिनिधिमंडल को दी।

उन्होंने बताया कि मुकुंदरा अभ्यारण्य में कोर एरिया में सफारी के अनुमोदन के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेज दिया गया है। जिसका शीघ्र अनुमोदन करके NTCA दिल्ली को अनुमति के लिए भेजा जाएगा।

अनुमति मिलते ही इनमें सफारी शुरू कर दी जाएगी। बाघों की शिफ्टिंग की अनुमति मिल चुकी है। इस दिशा में विभाग निरंतर कार्य कर रहा है। साथ ही रावतभाटा रोड पर रथकांकरा के पास एक नया जंगल सफारी का रूट शुरू किया जाएगा। मुकुंदरा टाइगर अभ्यारण्य को पूर्ण विकसित करने के लिए विभाग निरंतर कार्य कर रहा है।

उन्होंने कहा कि हाड़ौती पर्यटन के दृष्टिकोण से परिपूर्ण है। इसके लिए पिछले तीन माह में ठोस कार्य हुआ है, जिसके सकारात्मक परिणाम हाड़ौती में देखने को मिल रहे हैं। पूरे देश में एक साथ तीन अभ्यारण्य होना भी बहुत बड़ी बात है।

आने वाले समय में कुनो टाइगर के लिए भी हाड़ौती के चारों जिले आ रहे हैं, जो एक अच्छा संकेत है। हमारा प्रयास चल रहा है कि महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश से ऐसे बाघ लाये जाएं जो अभ्यारण्य के लिए उपयुक्त हों और उनके लाने से बाघों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी हो सके।

इससे पहले होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को संभागीय अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी के नेतृत्व में वन विभाग के उपवन संरक्षक मुथु एस से भेंट की।

होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने बताया कि वर्तमान समय में पिछले तीन माह से कोटा में पर्यटकों के ग्रुप निरंतर आ रहे हैं, लेकिन एक या दो दिन में ही कोटा घूम कर वापस जा रहे हैं।

मुकुंदरा टाइगर हिल अभ्यारण्य के कोर एरिया क्षेत्र में सफारी शुरू नहीं होने के कारण आने वाले पर्यटक वहां नहीं जा रहे हैं। मुकुंदरा अभ्यारण्य में तीन बाघो की मंजूरी N T C A द्वारा दे दी गई है, जिसके लिए विभाग द्वारा बताया गया था कि दीपावली के बाद महाराष्ट्र या मध्य प्रदेश से बाघ लाकर शिफ्ट किए जाएंगे, लेकिन यहां ऐसा नहीं हो पाया।

हाड़ौती फॉरेस्ट डेवलपमेंट बोर्ड के वाइस चेयरमैन कौशल बंसल ने बताया कि हाड़ौती में दो बड़े अभ्यारण्य के साथ शेरगढ़ अभ्यारण्य है जो पूरे देश में एक ही संभाग में कहीं नहीं है। अगर यह अभ्यारण्य विकसित हो जाते हैं, तो हाड़ौती में पर्यटन स्थलों की भरमार होगी।

हाड़ौती में पर्यटन विकास के लिए होटल फेडरेशन निरंतर प्रयास कर रही है, लेकिन जब तक यहां के अभ्यारण्य विकसित नहीं होंगे, तब तक हाड़ौती में पर्यटन को संपूर्णता नहीं मिल पाएगी। आज हाड़ौती में तीनों अभ्यारण्य विकसित हो जाते हैं तो आने वाले समय में हाड़ौती में 5 दिन की डेस्टिनेशन बन सकती है। अतः इस दिशा में ठोस कार्य किए जाने की आवश्यकता है। वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक मुथु एस ने कहा कि हमारे द्वारा प्रतिनिधिमंडल में कोटा व्यापार महासंघ के सचिव यश मालवीय भी मौजूद थे।