कोटा। गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) की टीम ने शुक्रवार को कोटा में कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक बड़े बिल्डर और कॉलोनाइजर के यहां पर सर्वे की कार्रवाई शुरू की। एकाएक दोपहर में शुरू हुई इस कार्रवाई के चलते बिल्डर और उसके कार्मिक भी सकते में आ गए। जीएसटी के अधिकारी-कार्मिक मौके पर पहुंचे और उन्होंने कई जगह पर एक साथ कार्रवाई की। कोटा शहर में इस बिल्डर ने कई मल्टीस्टोरी और कॉलोनियां काटी है. यह कॉलोनियां आरकेपुरम, श्रीनाथपुरम, थेकड़ा व रायपुरा एरिया में स्थित है।
अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई वाणिज्य कर विभाग के आयुक्त प्रकाश राजपुरोहित के निर्देश पर शुरू हुई है। दोपहर से यह सर्वे शुरू किया था। इसमें फिजिकल और कंप्यूटराइज रिकॉर्ड को जांचा जा रहा है। टैक्स चोरी का आंकड़ा कार्रवाई पूरी होने के बाद ही सामने आएगा। वाणिज्य कर विभाग राजस्थान की इस कार्रवाई की सूचना मिलने पर अन्य बिल्डरों में भी हड़कंप मच गया. इसमें डेढ़ दर्जन से ज्यादा अधिकारी व्यापारी के संस्थान पर पहुंचे। इनमें डिप्टी कमिश्नर, असिस्टेंट कमिश्नर और कमर्शियल टैक्स ऑफिसर (सीटीओ) शामिल हैं।
जीएसटी कार्रवाई के पहले टीम ने फील्ड से तथ्य एकत्रित किए। इसके बाद ही रिकॉर्ड को तलब किया जा रहा है। कंप्यूटराइज रिकॉर्ड को भी सीज किया जाएगा। इस रिकॉर्ड की टैक्स का पूरा कैलकुलेशन किया जा सकेगा। कोटा की वाणिज्य कर विभाग की अतिरिक्त आयुक्त सुनीता डागा का कहना है कि जीएसटी चोरी के शक में ही यह कार्रवाई की गई है। इस तरह के सर्वे कार्रवाई टीम करती रहती है। इसमें कंप्यूटराइज्ड और ऑफलाइन डाटा कलेक्ट किया जा रहा है, जिनके आधार पर ही पता लगाया जा सकेगा कि जीएसटी चोरी है या नहीं।