सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल बना श्रावणी तीज मेला महोत्सव का समापन

0
7

मेले में आए विभिन्न 25 सर्वश्रेष्ठ दुकानदारों एवं कलाकारों को सम्मानित किया

कोटा। श्रावणी तीज मेला महोत्सव आयोजन समिति की ओर से स्टेशन स्थित हाट बाजार में आयोजित 11 दिवसीय मेले का शनिवार को समापन हो गया। समापन समारोह से पूर्व “सुनहरी यादें” कार्यक्रम आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि भीमगंजमंडी थाना अधिकारी रामकिशन गोदारा को मेले में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग प्रदान करने के लिए सम्मानित किया गया।

मेला अध्यक्ष बसंत भरावा, संयोजक श्याम भरावा, मंच संयोजक नरेश कारा, सांस्कृतिक कार्यक्रम संयोजक राजाराम जैन कर्मयोगी ने व्यवस्थित एवं खूबसूरती के साथ स्टॉल एवं झूले लगाने वाले 25 दुकानदारों को प्रशस्ति पत्र प्रदान करते हुए सम्मानित किया। कोटा कलाकार समिति के अध्यक्ष हरीश महावर एवं रवि दुबे का भी मेला समिति द्वारा सम्मान किया गया

मुख्य अतिथि गोदारा ने कहा कि मेले में किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। साथ ही, उन्होंने सफाई एवं रोशनी की सुव्यवस्थित व्यवस्था करने एवं निर्धारित समय पर मेले के मंच पर आयोजित सभी सफल कार्यक्रमों के लिए आयोजन समिति का आभार प्रकट किया।

अंतिम दिन रही भीड़
मेले का अंतिम दिन होने एवं शनिवार को छुट्टी का दिन होने के कारण मेला प्रांगण खचाखच भरा रहा। विशेष रूप से चाट पकौड़ी सॉफ्टी एवं झूले चकरी पर ज्यादा भीड़ देखने को मिली। सांस्कृतिक कार्यक्रम संयोजक राजाराम जैन कर्मयोगी ने बताया कि श्रावणी तीज मेला सांप्रदायिक सौहार्द की जीती जागती मिसाल बनता जा रहा है। हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सर्व धर्म समाज के व्यक्तियों ने परिवार सहित मेले में शिरकत की एवं जमकर खरीदारी करते हुए खान-पान का लुफ्त उठाया।

विजेताओं को किया पुरस्कृत
सुनहरी यादें कार्यक्रम के अंतर्गत नृत्य एवं गायन के क्षेत्र में प्रस्तुति देने वाले विजेता प्रतिभागी गणेश राव बेहरा, भरत बजाज, नरेश कुमार, साबिर हुसैन, अविका सक्सेना, गौरव जय सिंघानी को पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिताओं के जज प्रमोद व्यास, नीतू देव जैन, प्रॉपती जैन, प्रियांशी कंवर को भी सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर सुनीता भरावा, रूपाली भरावा, अलका दुलारी जैन कर्मयोगी, नीलम शर्मा, लक्ष्मीनारायण गर्ग, अनिल कुमार शर्मा मौजूद रहे। मंच पर रंगारंग नृत्य प्रस्तुतियों के बीच एक ही कलाकार परिवार के तीन सदस्य प्रतिभा मिश्रा एवं उनकी मां ज्योति मिश्रा, भाई अंकित मिश्रा द्वारा मेले के संस्थापक स्वर्गीय भंवरलाल भरावा, नंदकिशोर भरावा को श्रद्धांजलि स्वरुप और इस दिल में क्या रखा है तेरा ही दर्द छुपा रखा है.. गीत समर्पित करते हुए कार्यक्रम का समापन हुआ।