कीमतों में नरमी से आभूषण दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ी

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नई दिल्ली। सोना, चांदी और प्लैटिनम पर आयात शुल्क में कटौती किए जाने के बाद कीमतों में आई नरमी के मद्देनजर आभूषण दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी। इससे सोना-चांदी की मांग में जबरदस्त वृद्धि देखी जा रही है। सरकार ने कीमती धातुओं की तस्करी को रोकने के लिए आयात शुल्क में कटौती की है।

मुंबई के आभूषण केंद्र कहे जाने वाले जवेरी बाजार की दुकानों पर आने वाले ग्राहकों की तादाद में 60 से 70 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। सरकार ने गोल्ड बार पर सीमा शुल्क 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया है, जबकि गोल्ड डोर पर अब महज 5.35 फीसदी सीमा शुल्क लगता है। इसी प्रकार चांदी बार पर सीमा शुल्क को घटाकर 6 फीसदी और चांदी डोर पर 5.35 फीसदी कर दिया गया है। सरकार के इस फैसले से देश भर में सोना-चांदी की कीमतों में गिरवट आई है।

दिल्ली के आभूषण बाजार में भी यही स्थिति दिखी। बजट से पहले दिल्ली की आभूषण दुकानों पर शायद ही कोई ग्राहक आता था, मगर अब दुकानों पर ग्राहकों की तादाद में करीब 50 फीसदी बढ़ गई है।

दिल्ली में ऑल बुलियन ऐंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन योगेश सिंघल ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘ग्राहक आ रहे हैं। अगर वे खरीदारी नहीं भी करते हैं तो कम से कम दुकानों तक पहुंच रहे हैं। बजट से पहले ऐसा नहीं दिख रहा था।’ उन्होंने कहा कि ग्राहक अब अक्टूबर में शुरू होने वाले शादी-ब्याह के अगले सीजन के लिए आभूषण खरीदने आ रहे हैं।

सिंघल ने कहा, ‘ग्राहक आम तौर पर शादी से कुछ महीने पहले तैयारी के दौरान ही आभूषण खरीदते हैं।’ मुंबई के जवेरी बाजार में इंडिया बुलियन ऐंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के प्रवक्ता कुमार जैन ने भी कहा, ‘मुंबई में आभूषण दुकानों तक पहुंचने वाले ग्राहकों की तादाद में 60 से 70 फीसदी की वृद्धि हुई है। ग्राहक शादी के मौसम से पहले आभूषण खरीदने और निवेश कीमती धातु खरीदने के लिए भी आ रहे हैं।’

ज्वैलर्स श्रृंखला कल्याण ज्वैलर्स ने भी शुल्क में कटौती के बाद ग्राहकों की ओर से पूछताछ बढ़ने की बात कही है। कल्याण ज्वैलर्स के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरमण ने कहा, ‘सोने की संशोधित कीमतें लागू होने के बाद हमने कीमत और हमारी मौसमी पेशकश के बारे में ग्राहकों की ओर से पूछताछ बढ़ गई है।’

उन्होंने कहा, ‘ग्राहकों की दिलचस्पी बढ़ने से सोने के प्रति उनकी सकारात्मक धारणा झलकती है। भारत में यह निवेशकों का सबसे पसंदीदा विकल्प भी है। हालांकि दोपहर तक हमारे स्टोरों पर ग्राहकों की तादाद में जबरदस्त वृद्धि नहीं दिखी थी, मगर हमें विश्वास है कि कीमतों में गिरावट आने से आगे आभूषणों की मांग बढ़ेगी।’