नरसिंह जयंती पर हिरण्यकश्यपु के पुतले का हुआ वध, गूंजे भगवान नरसिंह के जयकारे

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कोटा। अग्रवाल वैष्णव मोमीयां पंचायत द्वारा मंगलवार को नरसिंह प्राकट्य दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान रामपुरा स्थित गांधी चौक पर हिरण्यकश्यपु के 25 फीट केपुतले का वध किया गया तो भगवान नृसिंह के जयकारे गूंज उठे।

संस्था के प्रवक्ता संजय गोयल ने बताया कि भगवान नरसिंह के स्वरूप द्वारा हिरण्यकश्यपु के 25 फीट के पुतले का वध करने पर भी उग्रता शांत नहीं हुई। भक्त प्रह्लाद द्वारा हाथ जोड़ने पर भगवान नरसिंह के स्वरूप का गुस्सा शांत हुआ।

संस्था के अध्यक्ष चेतन मित्तल गोंदवाले व महामंत्री महेंद्र मित्तल ने बताया कि राम दरबार व शिवजी, हनुमान व भक्त प्रह्लाद की झांकी सजी। महाआरती की गई तथा बाद में ठंडाई व प्रसाद वितरण हुआ।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि नगर निगम कोटा दक्षिण के प्रतिपक्ष नेता विवेक राजवंशी, महामंत्री जगदीश जिंदल, भाजपा नेता पंकज मेहता, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन कोटा के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल थे।

अतिथियों ने कहा कि भगवान नरसिंह शक्ति व पराक्रम के देवता माने जाते हैं। श्री हरिविष्णु के उग्र और शक्तिशाली अवतार कहे जाते हैं। उन्होंने भगवान नरसिंह से देश की खुशहाली की प्रार्थना की। उन्होंने बताया कि अनुसार यह परम्परा पिछले 126 वर्षों से चली आ रही है

कार्यक्रम संयोजक श्यामसुंदर गर्ग ने बताया कि भगवान नरसिंह स्वरूप द्वारा हिरण्यकश्यपु के पुतले का वध करने के बाद लोग पुतले के कागज व लकडियाँ अपने घरों में ले गए। मान्यता है कि इन लकड़ियों को घर के बाहर लगाया जाता है। जिससे साल भर घर में कोई विघ्न नहीं होता है।इसके बाद कई माताओं ने अपने छोटे छोटे बच्चों को भगवान की गोद में बिठाकर आशीर्वाद दिलाया। मान्यता है कि इससे बच्चे रात को डरते नहीं हैं और बीमारियों से दूर रहते हैं।

महिला अध्यक्ष शिखा मित्तल व सचिव सुनीता गोयल ने कहा कि हिरण्यकश्यप को वरदान प्राप्त था कि उसे नर व पशु नहीं मार सकता। ना अस्त्र से न शस्त्र से इसलिए भगवान विष्णु ने धरती को पाप से मुक्त करने के लिए श्री नरसिंह भगवान का रूप धारण कर उसका वध किया। इस दिन पूजा अर्चना करने से पापों से मुक्ति मिलती है।

इस अवसर पर संस्था संरक्षक कैलाश गुप्ता, गोपाललाल मित्तल, बालकिशन मित्तल, सचिव महेंद्र मित्तल, सुरेंद्र गोयल विचित्र, सोहनलाल गुप्ता, दिनेश गर्ग, रामस्वरूप गोयल, महेन्द्र मित्तल अगरबत्ती वाले, गिर्राज मित्तल, महिला मंडल की संरक्षिका सावित्री गुप्ता, अध्यक्ष शिखा मित्तल, सचिव सुनीता गोयल, माया अग्रवाल, सुरेश गोयल, परमानन्द गर्ग, शिवकुमार गोयल, ब्रजकिशोर गोयल, संजय गुप्ता, रवींद्र कुमार गुप्ता, नरेन्द्र कुमार मित्तल, महेश मित्तल, नन्दकिशोर गर्ग, अजय गुप्ता, मधु मित्तल समेत कईं लोग मौजूद रहे।