Spices Market: बड़ी इलायची एवं जीरा में तेजी, हल्दी की कीमतों में गिरावट

0
50


नई दिल्ली। आज बड़ी इलायची की कीमतों में तेजी रही। जानकार सूत्रों का कहना है कि उत्पादक केन्द्रों सहित खपत केन्द्रों पर भी माल की शॉर्टेज बनी रहने एवं मांग में वृद्धि होने के कारण बड़ी इलायची की कीमतों में 40/50 रुपए प्रति किलो की तेजी दर्ज की है

और दिल्ली बाजार में बड़ी इलायची झुन्डीवाली का भाव 1530 रुपए एवं मीडियम का भाव 1560 रुपए पर बोला जाने लगा है। सिलीगुड़ी में भी नेपाल टाप जेजे का भाव 1525 रुपए एवं स्योर-फार-स्योर का भाव 1700 रुपए पर बोला जाने लगा है। कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है क्योंकि माल की कमी बनी हुई है जबकि नई फसल आने में अभी 4/5 माह का समय शेष है। अतः अभी कीमतों में ओर तेजी संभव है।

आज हल्दी की कीमतों में गिरावट : बाजार में मुनाफावसूली बिकवाली बढ़ने एवं बढ़े भावों पर मांग प्रभावित होने के कारण वायदा एवं हाजिर बाजारों में हल्दी के भाव मंदे के साथ बोले गए।

वायदा के मंदे समाचारों एवं लोकल में उठाव कम रहने के कारण उत्पादक केन्द्रों की मंडियों सहित दिल्ली बाजार में भी हल्दी के भाव 300/400 रुपए प्रति क्विंटल मंदे के साथ बोले गए। जबकि वायदा में अप्रैल का भाव 434 रुपए मंदे के साथ 18398 रुपए पर बंद हुआ है। जून का वायदा 436 रुपए से नरमी के साथ 18920 रुपए पर बंद हुआ है।

सूत्रों का मानना है कि चालू सीजन के दौरान देश में हल्दी का उत्पादन कम होने के कारण कीमतों में अधिक मंदे की संभावना नहीं है। जल्द ही कीमतों में फिर वृद्धि होगी। चालू सीजन के दौरान देश में हल्दी का उत्पादन 45/50 लाख बोरी होने के अनुमान लगाएं जा रहे हैं। गत वर्ष उत्पादन 80/85 लाख बोरी का रहा था।

जीरा में तेजी : उत्पादक केन्द्रों पर कमजोर एवं वायदा में बढ़ते भावों के कारण आज हाजिर भावों में भी 3/5 रुपए प्रति किलो की तेजी दर्ज की गई है। जीरे के भाव न्यूनतम स्तर पर आ जाने के कारण अब कीमतों में मंदा संभव नहीं है। आगामी दिनों में भाव मजबूत रहने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।

वर्तमान भावों पर लोकल एवं निर्यातक मांग अच्छी चल रही है। वायदा बाजार में आज मई माह का जीरा 910 रुपए तेजी के साथ 25/40 रुपए एवं जून माह का जीरा 755 रुपए से मजबूती के साथ 24490 रुपए पर बंद हुआ है। चालू सीजन के दौरान देश के जीरा उत्पादन अधिक होने के समाचार है लेकिन भाव घटने के कारण मंडियों में आवक आशानुरूप नहीं बढ़ी है। क्योंकि किसानों ने माल रोक लिया है।