कोटा करंट हादसे में मृतक बच्चे के परिजन को मिलेंगे 5 लाख, सीएम भजनलाल शर्मा का ऐलान

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घायलों को 50 हजार से एक लाख की सहायता

जयपुर/कोटा। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कोटा में महाशिवरात्रि पर कलश यात्रा के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मृत बच्चे के परिजन को मुख्यमंत्री सहायता कोष से पांच लाख रुपए देने की घोषणा की है। इसके साथ ही उपचार के लिए जयपुर रेफर गंभीर घायल बच्चों को एक -एक लाख रुपये दिये जाएंगे। कोटा में इलाज करा रहे घायल बच्चों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं।

शर्मा ने इस हृदय विदारक घटना पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की है। उल्लेखनीय है कि महाशिवरात्रि पर कोटा जिले में यात्रा के दौरान करंट लग जाने से करीब डेढ़ दर्जन बच्चे झुलस गए थे।

महाशिवरात्रि के अवसर पर निकाली गई शिव बारात के दौरान करंट लगने से झुलसे एक बच्चे की मौत हो गई। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चार अन्य बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। शिव बारात में गंभीर रूप से घायल हुए पांच बच्चों को कोटा के एमबीएस अस्पताल में शुरुआती इलाज के बाद जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया।

एमबीएस अस्पताल के अधीक्षक धर्मराज मीणा ने बताया कि गंभीर रूप से घायल पांच बच्चों में से एक शुगन (13) की रविवार दोपहर करीब एक बजे मौत हो गई। उसे जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करंट लगने की घटना में मौत होने के बाद पुलिस ने शिव बारात के आयोजकों के खिलाफ दर्ज मामले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और किशोर न्याय अधिनियम की संबंधित धाराएं भी जोड़ी हैं। मीणा ने कहा कि एमबीएस अस्पताल से पांच बच्चों को रविवार को छुट्टी दे दी गई, जबकि दो वयस्कों समेत आठ अन्य का उपचार जारी है।

महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव बारात में शामिल हुए 18 बच्चों समेत लगभग 20 लोग शुक्रवार को करंट लगने से झुलस गए। शुरुआत में इस घटना में 16 लोगों के घायल होने की बात कही गई थी, लेकिन बाद में मीणा के अनुसार, मामूली रूप से झुलसे दो बच्चे एमबीएस अस्पताल लाए गए। यह घटना उस वक्त हुई थी जब शिव बारात में शामिल बच्चों में से एक लड़के द्वारा थामा गया 22 फुट लंबा ध्वज हाईटेंशन (उच्च वोल्टेज वाले) तार के संपर्क में आ गया।

एमबीएस अस्पताल के अधीक्षक मीणा ने कहा कि अस्पताल में एक मरीज को इनोट्रोपिक सपोर्ट (हृदय के संकुचन को घटाने-बढ़ाने संबंधी उपचार) देनी पड़ी। उन्होंने कहा कि उस मरीज की हालत चिंताजनक है जबकि बाकी की स्थिति में सुधार हो रहा है।

कुन्हाड़ी थाने के प्रभारी अरविंद भारद्वाज ने बताया कि कोटा में बिजली करंट से मौत के मामले के बाद, पुलिस ने प्राथमिकी में आईपीसी की धारा 304 (ए) और 336 और किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75 (बच्चे के प्रति क्रूरता) को जोड़ा है।

थाना प्रभारी ने बताया कि शुगन (13) के पिता मांगीलाल की शिकायत के आधार पर, शिव बारात के आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। भारद्वाज ने कहा कि मामले की जांच जारी है। उन्होंने बताया कि बच्चे का शव रविवार को पोस्टमार्टम के बाद परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया, और फिर उसका अंतिम संस्कार किया गया।