नई दिल्ली। किशमिश के प्रमुख उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की सांगली, तासगांव मंडी में नई किशमिश की आवक शुरू हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नई किशमिश की आवक 8/10 गाड़ी की हो रही है। मगर क्वालिटी हल्की होने के कारण भाव 150/170 रुपए प्रति किलो बोले जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि दिसम्बर माह में हुई बेमौसमी बारिश से अंगूर की फसल को नुकसान हुआ था साथ ही क्वालिटी भी प्रभावित हुई है। सूत्रों का कहना है कि किशमिश का उत्पादन गत वर्ष की तुलना में कम रहेगा।
विगत दो वर्षों से किशमिश का उत्पादन बढ़ने के पश्चात चालू वर्ष में किशमिश का उत्पादन घटने का अनुमान लगाए जा रहे हैं। एक अनुमान के अनुसार वर्ष 2021 में महाराष्ट्र में किशमिश का उत्पादन 14/15 हजार गाड़ी का हुआ था जोकि वर्ष 2022 में बढ़कर 18/20 हजार गाड़ी का हो गया वर्ष 2023 में उत्पादन 24/25 हजार का होने के अनुमान लगाए गए थे लेकिन वर्ष 2024 में उत्पादन 18/20 हजार गाड़ी (प्रत्येक गाड़ी 10 टन) रहने के समाचार है।
व्यापारियों का कहना है कि फरवरी माह के दौरान किशमिश की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। क्योंकि चालू माह के दौरान उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर हल्की क्वालिटी के मालों की आवक रहेगी। मार्च माह में अच्छी क्वालिटी के मालों की आवक शुरू होने के पश्चात कीमतों में सुधार होगा।
काली मिर्च की कीमतों में गिरावट: उधर, कालीमिर्च की कीमतों में गिरावट रही। केरल एवं कर्नाटक की मंडियों में नए मालों की आवक बढ़नी शुरू हो गई है। और इस वर्ष उत्पादन भी गत वर्ष की तुलना में अधिक होने के समाचार है।
वर्तमान में हाजिर में कालीमिर्च का उठाव कमजोर बना हुआ है। क्योंकि लिवाल नए मालों की आवक बढ़ने का इंतजार कर रहा है। आज कोचीन बाजार में काली मिर्च के भाव 10/15 रुपए एवं कर्नाटक की मंडियों में 5/10 रुपए मंदे के साथ बोले गए।
सूत्रों का कहना है कि चालू सीजन के दौरान कालीमिर्च का उत्पादन 72/75 हजार टन होने की संभावना है जबकि गत वर्ष उत्पादन 60/62 हजार टन का रहा था।