दृष्टि बाधित छात्राएं ब्रेल लिपि से करेंगी सुंदरकाण्ड का पाठ
कोटा। राधाकृष्ण मंदिर समिति तथा विश्वमित्र जनसेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में राधाकृष्ण मंदिर प्रांगण तलवंडी पर रविवार से 30 दिसंबर तक 1.30 बजे से श्रीमद्भागवत कथा भक्तिरस का आयोजन किया जाएगा। कथा दृष्टिबाधित छात्राओं के शिक्षण और सर्वांगीण विकास के लिए आयोजित होगी। कथाव्यास राष्ट्रीय संत डॉ. कृष्णानंद गुरुदेव द्वारा कथा का श्रवण कराया जाएगा।
रवि अग्रवाल ने बताया कि पहले दिन रविवार को गायत्री माता मंदिर तलवंडी से जाट समाज, डीएवी रोड होते हुए मुख्य मार्ग से राधाकृष्ण मंदिर तक भव्य कलश यात्रा आयोजित की जाएगी। जिसमें मधुर स्वरलहरियां बिखरते बैंड और सिर पर कलश लेकर महिलाएं चलेंगी। इसके बाद पहले दिन की कथा 12:15 बजे से आयोजित होगी। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन रात्रि 7.30 बजे आरती के बाद धर्मचर्चा और जिज्ञासा समाधान का कार्यक्रम होगा।
राधाकृष्ण मन्दिर समिति के अध्यक्ष गोविंदनारायण अग्रवाल तथा महामंत्री जितेंद्र गोयल ने बताया कि कथा तथा विभिन्न प्रकार के दान पुण्य से होने वाली आय दृष्टिबाधित बालिकाओं के शिक्षण और व्यक्तित्व विकास पर खर्च की जाएगी। दृष्टिबाधित बालिकाओं के लिए अजमेर में संचालित “लाडली घर” के संचालन के लिए यह राशि दान की जाएगी।
डॉ. कृष्णानंद गुरुदेव ने बताया कि दृष्टिबाधित बालिकाएं देख नहीं सकती हैं। उन्हें शिक्षित करके ज्ञान चक्षु देने का प्रयास कर रहे हैं। यह धार्मिक कथा न होकर सेवा की कथा है। कथा में मौजूद दृष्टिबाधित बालिकाओं को देखकर उनकी समस्या को महसूस किया जा सकता है।