पारिवारिक रिश्तों की मधुरता पर हुआ टॉक शो
कोटा। अग्रवाल सेवा सदन कि माधवी मंच द्वारा टॉक शो आयोजित हुआ, जिसमें मोटिवेशनल स्पीकर मीता अग्रवाल ने रिश्तों की डोर को मजबूत करने के लिए परिवार में प्यार जोडने के रास्ते बताये। माधवी मंच कि दीप्ति मंगल और अनिता मित्तल ने बताया कि इस अवसर वयोवृद्ध 70 वर्ष से अधिक महिलाओं को शॉल,माला व तिलक निकाल कर स्वागत किया और उन्हे मोमेंटो भेट किया।
पारिवारिक बोली मे मिठास, आपसी समझ, एकता, मधुरता बनाएं रखने के लिए रिश्तों रूपी वृक्ष को समय रूपी खाद देना आवश्यक है। बदलते समाज और समय मे छोटी-छोटी बातों पर विवाद, अहंकार, गलतफ़हमी से घर बिखर जाते हैं। रिश्ते टूट जाते हैं। घर के बड़ों को आराम और सुख-सुविधा से भी ज्यादा आपको समय चाहिए। एक दूसरे को सुनने और हर मूड मे समझने वाले कान चाहिए। बहु यदि सासु मां को अपनी मां मान ले तो आधी समस्या तो यूं ही समाप्त हो जाएगी। उसी तरह सभी रिश्ते प्यार से अपने बन सकते हैं । मीता अग्रवाल ने आपसी समझ और समर्थन, साझेदारी, संवाद प्रक्रिया से समस्याओं के निराकरण की बात कही।
अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनाओ
जीवन की राह में सफलता की कहानी लिखने के लिए मीता अग्रवाल ने कहा कि जीवन की चुनौतियों का सामना करके ही आप सफल जीवन की कहानी लिख सकते हो।अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। सफलता की कहानी आपके उत्कृष्टता, संघर्ष और अद्वितीयता को दर्शाने का एक माध्यम बन सकती है। उन्होने अमिताभ बच्चन के रिजेक्शन का कारण बताते हुए कहा कि उनकी आवाज व उंचाई से वह फिल्म इंड्रस्टी में काम नहीं कर पा रहे थे, परन्तु अपनी मेहतन व लग्न से उन्होंने अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बना लिया और सफलता की कहानी लिखी।
इन्हें किया सम्मानित
माधवी मंच कि मासिक बैठक में 70 वर्ष से अधिक आयु वाली महिलाओं को मंच पर सम्मानित किया गया। उन्हें चेयर के साथ आकर्षक खेल भी खिलाए गए। उनकी चहरे की मुस्कान से पूरा सदन प्रफुल्लित हो उठा। वयोवृद्ध सदस्य मुन्नीदेवी अग्रवाल, कांतादेवी गुप्ता, विजय बंसल, हेमलता अग्रवाल, उषा गुप्ता, गीतादेवी गोयल एवं रतनदेवी को सम्मानित किया गया। इस अक्सर पर अग्रवाल सेवा सदन के अध्यक्ष सुनील गर्ग, कोषाध्यक्ष महावीर जैन, पूर्व अध्यक्ष घनश्याम गुप्ता भी मौजूद रहे।