28 को ग्राम स्वराज कार्यक्रम के बाद किसान आंदोलन होगा, पर्यावरण संस्थाओं का भी समर्थन
कोटा। कोटा विकास प्राधिकरण बिल (Kota Development Authority Bill) में गांवों को खत्म करने के खिलाफ हाड़ौती किसान यूनियन ने कोटा व बूंदी जिले के गांवों में दौरा कर किसानों को जागृत करने का काम शुरू कर दिया है।
यूनियन के महामंत्री दशरथ कुमार ने किसान प्रतिनिधियों के साथ दौरा कर कहा कि प्राधिकरण के कारण किसानी, खेती और गांव सब कुछ खत्म होकर ग्राम सदभाव समाप्त हो जाएगा। भाजपा के नेता व जनप्रतिनिधि भी इसे असंवेधानिक बता रहे हैं और कांग्रेस के भी अनेक नेतागण इस बिल के खिलाफ हैं ।
किसान नेता ने कहा कि दलीय स्वार्थों से उठ कर खेती और किसानी के हित में सभी को इस काले कानून के खिलाफ आवाज उठाना चाहिए। किसान यूनियन ने राज्यपाल से इस बिल को निरस्त करने की मांग की है तथा भेंट का समय मांगा है जिससे कि उन्हें भी ग्रामीणों की चिंता से अवगत कराया जा सके। सरकार में बैठे लोगों को बताना चाहिए कि किसके दबाव में किसान विरोधी बिल विधान सभा में पारित कराया। बूंदी में विरोध स्वरूप बंद किया गया है।
कोटा जिले के दीगोद, मण्डाना में भी विरोध के स्वर गूंज रहे हैं। किसान नेता अरविंद भूतिया एडवोकेट, संतोख सिंह, मुरली मीणा, गिरिराज गौतम, सूरजमल नागर, नंदलाल मेधवाल, भंवर लाल चौधरी आदि ने कहा कि कोटा में 28 अगस्त को ग्राम स्वाराज सम्मेलन के बाद किसानों की बैठक आयोजित कर आंदोलन की तैयारी की जाएगी। हाड़ौती के पर्यावरणप्रेमी भी किसानों के आंदोलन को समर्थन कर रहे हैं।
बाढ़ सुखाड़ विश्व जन आयोग, जल बिरादरी, चम्बल संसद, केईएसएस के बृजेश विजयवर्गीय, यज्ञदत्त हाड़ा, समाज सेवी शशि गौतम, कुंजबिहारी नंदवाना, मुकेश सुमन, भवानी शंकर मीणा, गीता दाधीच, राजेंद्र जैन, कृष्णेंद्र सिंह आदि ने कहा कि विकास प्राधिकरणों के चलते खेत प्रोपर्टी बन जाऐंगे और किसान मजदूर। लीडर डीलर बन जाऐंगे। अनाज विदेशों से मंगाना पड़ेगा और बहुराष्ट्रीय कंपनियां पानी सप्लाई करेंगी।
शहरीकरण को बढ़ाने के नाम पर जहां भी विकास प्राधिकरण बने हैं, खेत और गांव ही नहीं नदियां, तालाब, पहाड़ सब समाप्त हो गए और ग्रामीण लोगों का वहां से पालायन हो जाता है। सरकार को इस पर पुर्नविचार करना चाहिए।
ग्राम स्वराज सम्मेलन 28 को
हाड़ौती किसान यूनियन के महामंत्री दशरथ कुमार ने बताया कि 28 दिसंबर को प्रातः 11 बजे पंजाब सभा भवन में ग्राम स्वराज सम्मेलन को मुख्य अतिथि सामाजिक चिंतक जय किसान आंदोलन के संयोजक योगेंद्र यादव, सर्व सेवा संघ महाराष्ट्र वर्धा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंदनपाल तथा विशिष्ठ अतिथि चंद्रशेख प्राण, राष्ट्रीय युवा संगठन के डॉ. विश्वजीत राय, समग्र सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष सवाई सिंह संबोधित करेंगे। इस सम्मेलन में जाने-माने किसान नेता एवं पर्यावरणविद भी भाग लेंगे।