जन्माष्टमी पर आज मनेगा उत्सव, नंदोत्सव पर पलना में झूलेंगे ठाकुर जी
कोटा। शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मंदिर पर गुरुवार से अष्ट आयाम के दर्शन शुरू हो जाएंगे। प्रथम पीठ के युवराज गोस्वामी मिलन कुमार बावा ने बताया कि कोरोना काल के दौरान अष्ट आयाम के दर्शन बंद हो गए थे। जिन्हें अब पुष्टिमार्गीय परंपरा के अनुसार फिर से शुरू किया जा रहा है।
मिलन बावा ने बताया कि वैदिक परंपरा के अनुसार श्री मथुराधीश मंदिर पर जन्माष्टमी का पर्व गुरुवार को ही मनाया जाएगा। वहीं शुक्रवार को नंदोत्सव धूमधाम से मनाएंगे। जन्माष्टमी पर प्रातः 5 बजे पंचामृत, प्रातः 8 बजे श्रृंगार तिलक, पूर्वाह्न 11 बजे राजभोग, शाम 6 बजे उत्थापन तथा रात्रि 10 से 11.30 बजे तक जागरण के दर्शन होंगे। उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण के जन्मदिन पर साक्षात पंचामृत कराया जाता है। जिसके दर्शन वर्ष में एक बार ही होते हैं।
मिलन कुमार गोस्वामी ने बताया कि रात्रि को 12 बजे से जन्म के दर्शन होंगे। इस दौरान थाल, घंटा, मंत्र आदि गुंजायमान होंगे। इस दौरान पंचामृत होगा और पूरी रात ठाकुर जी की सेवा चलेगी। इसके बाद शुक्रवार को प्रातः 8 से 1 बजे तक ठाकुर जी पलना में विराजेंगे।
नंदोत्सव के दौरान बधाइयां गूंजेगी। मुखिया जी नन्दराय बनेंगे। सभी सेवक ग्वाल बाल बनेंगे। हल्दी मिला हुआ दूध, दही उछाला जाएगा। माता यशोदा समेत सभी ग्वाल बाल और नंदराय जी स्त्री भाव से लाला को पलना झुलाएंगे। उन्होंने बताया कि दोपहर 1:30 बजे मंगला, 2:30 बजे राजभोग तथा शाम को 5 बजे संध्या आरती के दर्शन होंगे।