श्रीमद्भागवत कथा: ईश्वर से संयोजन पर आत्मा प्रकाशित होती है

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कोटा। गीता भवन में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का बुधवार को समापन हो गया। व्यासपीठ से हर्षभट्ट महाराज ने भागवत पुराण के दसवें तथा ग्यारहवें स्कंद का वर्णन करते हुए कहा कि जिस तरह विद्युत संयोजन से वातावरण प्रकाशमान हो जाता है। संयोजन हटने से अंधेरा छा जाता है। उसी तरह भगवान से संयोजन रहने से आत्मा प्रकाशित हो जाती है।

उन्होंने भगवान कृष्ण से रूक्मणी, सत्यभामा से विवाह का वर्णन किया। इस दौरान सोलह हजार एक सौ गोपियों के उद्धार, नारद विवाह, भगवान कृष्ण के पुत्र द्वारा समरासुर दैत्य के वध, बाणासुर तथा भगवान कृष्ण का युद्ध तथा बाणासुर का उद्धार, जरासंध वध, शिशुपाल का वध के अलावा भगवान कृष्ण, बलराम एवं सुदामा के संदीपन ऋषि के आश्रम में विद्याध्ययन, कृष्ण सुदामा की मित्रता, सुदामा के द्वारिका में भगवान कृष्ण से भेंट तथा जरा नाम के बहेलिया द्वारा मूसल का तीर से भगवान कृष्ण पर प्रहार तथा भगवान कृष्ण का गोलोक प्रस्थान का मार्मिक वर्णन आदि के प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।

श्रीमदभागवत ज्ञान यज्ञ के समापन पर आज कथा के समापन अवसर पर खादी ग्रामोद्योग बोर्ड राजस्थान के उपाध्यक्ष पंकज मेहता, गीता भवन सत्संग समिति की उपाध्यक्ष कुंती मूंदड़ा, नरेंद्र शर्मा, अनूप सिंह, अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन के राष्ट्रीय मंत्री पवन अग्रवाल, युवा प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र अग्रवाल किरवाड़ा, जिला युवा अध्यक्ष राहुल गुप्ता, भजन प्रवाहक नीतेश मोरवाल, जीणमाता परिवार कोटा के सचिव रवि अग्रवाल, जितेंद्र गोयल, मनोज खण्डेलवाल, बजरंगलाल अग्रवाल, राजेश चौधरी मौजूद रहे।

इनके अलावा सुरेंद्र गोयल, आरसी गुप्ता, जगदीश अग्रवाल प्रॉपर्टी, गिरिराज गर्ग, नेमीचंद विजय, मुलचन्द गोयल, गायत्री मित्तल, जगदीश अग्रवाल, मदनमोहन शर्मा, उमा सिंघल, राजकुमार गोयल, बालमुकंद खंडेलवाल, राधेश्याम मंगल, कमल गोयल, हेमराज साहू, अरविन्द गुप्ता, किशन मूंदड़ा, सुदामा पूरी, गायत्री परिवार से महेश मित्तल, मुक्ति धाम मानस मंडल के सचिव राजेंद्र बंसल, प्रवीण, पदमा मित्तल, मंजू मित्तल, नेहा मित्तल, अंजना गुप्ता, विनय बंसल, मुकेश गुप्ता, रीना मित्तल, जिला भामस के जिला अध्यक्ष जगमोहन शर्मा सहित उनके साथ बड़ी संख्या में अतिथिगण कथा श्रवण को पहुंचे थे।