नई दिल्ली। NEET UG MBBS Seats 2023-2024: केंद्र सरकार ने कहा है कि देश के 704 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 1,07,948 सीटें हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री भारती प्रवीन पवार ने यह जानकारी लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में दी।
उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से मेडिकल कॉलेजों की संख्या में 82 फीसदी की वृद्धि हुई है। मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 से बढ़कर 704 हो गई है। वहीं एमबीबीएस की सीटों में 2014 के बाद से अब तक 110 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2014 में सीटें महज 51,348 थीं जो अब बढ़कर 107948 हो गई हैं।
इनमें से 56283 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में उपलब्ध हैं और शेष 51665 सीटें प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में हैं। 704 मेडिकल कॉलेजों में 379 सरकारी और 315 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि नीट पीजी की सीटों में 117 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2014 में जहां नीट पीजी की सीटें 31185 थीं वहीं अब यह बढ़कर 67802 हो गई हैं।
सर्वाधिक मेडिकल कॉलेज 74 तमिलनाडु में हैं। इसके बाद कर्नाटक है जहां 70 मेडिकल कॉलेज हैं। यूपी में 68, बिहार में 21, एमपी में 27, महाराष्ट्र में 67, हरियाणा में 15, राजस्थान में 35, तेलंगाना में 56, वेस्ट बंगाल में 35, पंजाब में 12 और झारखंड में 9 मेडिकल कॉलेज हैं।
एमबीबीएस सीटों का राज्यवार ब्योरा (State Wise MBBS Seats)
- अंडमान निकोबार- 114 सीटें
- आंध्र प्रदेश – 37 कॉलेजों में 6435 सीटें (18 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 3235 सीटें और 19 प्राइवेट में 3200 सीटें)
- अरुणाचल – 50 सीटें
- असम – 1550 सीटें
- बिहार – 21 मेडिकल कॉलेजों में 2565 सीटें (13 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 1615 सीटें और 8 प्राइवेट में 1050 सीटें)
- चंडीगढ़ – 150
- छत्तीसगढ़ – 14 मेडिकल कॉलेजों में 2005 सीटें (11 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 1555 सीटें और 3 प्राइवेट में 450 सीटें)
- दादरा नगर हवेली – 177
- दिल्ली – 10 मेडिकल कॉलेजों में 1497 सीटें। (8 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 1247 सीटें और 2 प्राइवेट में 250 सीटें)
- गोवा – 180 सीटें
- गुजरात – 39 मेडिकल कॉलेजों में 6900 सीटें। (23 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 4250 सीटें और 16 प्राइवेट में 2650 सीटें)
- हरियाणा – 15 मेडिकल कॉलेजों में 2185 सीटें। (6 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 835 सीटें और 9 प्राइवेट में 1350 सीटें)
- हिमाचल – 8 मेडिकल कॉलेजों में 920 सीटें। (7 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 770 सीटें और 1 प्राइवेट में 150 सीटें)
- जम्मू कश्मीर – 1347 सीटें
- झारखंड – 9 मेडिकल कॉलेजों में 980 सीटें। (7 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 730 सीटें और 2 प्राइवेट में 250 सीटें)
- कर्नाटक – 70 मेडिकल कॉलेजों में 11695 सीटें
- केरल – 33 मेडिकल कॉलेजो में 4655 सीटें
- मध्य प्रदेश – 27 मेडिकल कॉलेजों में 4650 सीटें। (15 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 2400 सीटें और 12 प्राइवेट में 2250 सीटें)
- महाराष्ट्र – 67 मेडिकल कॉलेजों में 10745 सीटें। (31 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 5025 सीटें और 36 प्राइवेट में 5720 सीटें)
- मणिपुर – 525 सीटें
- मेघालय – 50 सीटें
- मिजोरम – 100 सीटें
- नागालैंड – 100 सीटें
- ओडिशा – 12 मेडिकल कॉलेजों में 2525 सीटें
- पुदुचेरी – 1830 सीटें
- पंजाब – 12 मेडिकल कॉलेजों में 1800 सीटें। (5 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 850 सीटें और 7 प्राइवेट में 950 सीटें)
- राजस्थान – 35 मेडिकल कॉलेजों में 5575 सीटें। (26 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 3925 सीटें और 9 प्राइवेट में 1650 सीटें)
- सिक्किम – 150 सीटें
- तमिलनाडु – 74 मेडिकल कॉलेजों में 11600 सीटें। (38 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 5250 सीटें और 36 प्राइवेट में 6350 सीटें)
- तेलंगाना – 56 मेडिकल कॉलेजों में 8540 सीटें। (28 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 3890 सीटें और 28 प्राइवेट में 4650 सीटें)
- त्रिपुरा – 225 सीटें
- उत्तर प्रदेश – 68 मेडिकल कॉलेजों में 9703 सीटें। (35 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 4303 सीटें और 33 प्राइवेट में 5400 सीटें)
- उत्तराखंड – 8 मेडिकल कॉलेजों में 1150 सीटें। (5 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 700 सीटें और 3 प्राइवेट में 450 सीटें)
- वेस्ट बंगाल – 35 मेडिकल कॉलेजों में 5175 सीटें। (27 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 3975 सीटें और 8 प्राइवेट में 1200 सीटें)