किसानों के अनशन के बाद झुका प्रशासन, बायीं मुख्य नहर में पानी छोड़ने को तैयार

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कोटा। Chambal Command Area: किसानों की मांग पर आखिरकार सीएडी ने सोमवार को बायीं मुख्य नहर में पानी छोड़ने का फैसला किया। कलेक्ट्रेट में मीडिया से बातचीत करते हुए संभागीय आयुक्त डॉक्टर प्रतिभा सिंह ने इसकी जानकारी दी।

डॉक्टर प्रतिभा सिंह ने बताया कि बूंदी कलेक्टर की रिपोर्ट में कमांड एरिया में नहरी पानी की डिमांड थी। वही किसान भी डिमांड कर रहे थे। इस कारण कमांड एरिया में कोटा बैराज का पानी नहर में छोड़ने का निर्णय लिया है।

बता दें खरीफ की फसलों के लिए नहरों में पानी छोड़ने की मांग को लेकर 13 जुलाई से किसान आंदोलन पर है। किसान नेता गिर्राज गौतम ने अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हुए है तबियत खराब होने पर उन्हें रविवार को एमबीएस हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया।

बायीं मुख्य नहर के एसई हरित लाल मीणा ने बताया लेफ्ट मेन केनाल (LMC) 2.59 किमी के बाद 3 ब्रांचों में बंटती है।1113 किमी एरिया कवर करती है। बूंदी, कापरेन व पाटन बांच होते हुए नहर का पानी किसानों को मिलेगा। करीब 1 लाख 2 हजार हेक्टेयर जमीन की सिंचाई होगी।

इसमें 3 ब्रांच ,27 डिस्ट्रीब्यूटरी व 180 माइनर्स है। इस मुख्य नहर से अलग अलग वितरिकाओं के जरिए सभी क्षेत्रों तक पानी पहुंचता है। फिलहाल बैराज के व्यर्थ बह रहे 50 क्यूसेक पानी को नहर में छोड़ा जाएगा। जिसे किसानों की डिमांड पर बढ़ाया जाएगा। अगस्त के अंत तक नहर में पानी चलेगा।