बकरा मंडी के पास यूआईटी द्वारा तोड़े गए भैरव मंदिर का मामला
कोटा। सर्व हिंदू समाज संघर्ष समिति के संयोजक युधिष्ठिर खटाना ने बताया कि दिनांक 16 जून शुक्रवार को रात के अंधेरे में यूआईटी प्रशासन द्वारा भेरुजी का चबूतरा तोड़कर हिंदू समाज की आस्था को चोट पहुंचाने का कार्य के विरोध में सर्व हिंदू समाज कोटा द्वारा सर्किट हाउस पर एकत्रित होकर कोटा कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया।
इसके बाद जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर चेतावनी दी थी कि नगर विकास न्यास, कोटा द्वारा सीएडी चौराहे के निकट बकरामण्डी में स्थित तोड़े गये ‘प्राचीन देव स्थान’ भैरव जी मंदिर को प्रशासन ने 24 घंटे में नहीं बनाया तो हिंदू समाज स्वयं मंदिर बनाएगा ।
मंगलवार को हिंदू समाज के सेंकडों लोग बकरा मंडी पर एकत्रित हुए तब जाकर प्रशासन नींद से जागा। वार्ता के बाद भी प्रशासन ने मंदिर बनाने के लिए कोई पुख्ता जवाब नहीं देने पर समाजबंधुओं ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए अपने स्तर पर मंदिर निर्माण का निर्माण शुरू कर पुनः प्रतिमा स्थापित की। श्रद्धालुओं ने श्री फल अर्पण कर अगरबत्ती लगाते हुए प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्दी ही पहले से सुंदर मंदिर ना बना तो बड़ा आंदोलन होगा, जिसके लिए प्रशासन ज़िम्मेदार होगा
जिला कलेक्टर के वार्ता हेतु आमंत्रण पर विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष प्रताप सिंह नागदा, विधायक संदीप शर्मा, भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ संयोजक राकेश जैन भारत विकास परिषद के किशन पाठक की कलक्टर, अतिरिक्त कलक्टर ,पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से वार्ता में प्रशासन द्वारा समय देने की माँग पर प्रतिनिधिमंडल ने जन भावनाओं को देखते हुए कोई समय ना देते हुए वार्ता ख़ारिज की।
इसके विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से विश्व हिंदू परिषद महानगर अध्यक्ष श्रीनाथ मित्तल, बजरंग दल प्रांत सहसंयोजक योगेश रेनवाल, हेमंत विजय, नेता खंडेलवाल, मोहन मालव, रामचरण लोधा ,मुकेश शर्मा,राजू सुमन, रामबाबू मालव, गिरिराज गौतम, विकास शर्मा, योगेंद्र नंदवाना, जयनारायण गुर्जर, नरेश मीना, चेतन नेकड़ी, बजरंग लाल अग्रवाल, हरीश राठौर, शैलेश शर्मा, अशोक बादल, रामलाल तटवाड़िया, विकास शर्मा,आकाशदीप आर्य, जीएल भट्ट, जितेंद्र मेहरा, विशाल कुशवाह, आशीष मेहता, सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।