भारत की शिक्षा व्यवस्था का लोहा अंगेजों ने भी माना: झा

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कोटा। महावीर नगर तृतीय स्थित स्वामी विवेकानंद विद्यालय में विद्या भारती के प्रशिक्षण शिविर में मुख्य वक्ता के रूप में नवीन कुमार झा ने कहा कि जब मैकाले ने इंग्लैंड की संसद में भाषण दिया था तब उन्होंने कहा था भारत में एक भी भिखारी नहीं है, वहां पर प्रत्येक व्यक्ति शिक्षित है।

वहां पर ताले नहीं लगते हैं। महिलाएं रात्रि में स्वतंत्र रूप से विचरण करती हैं। भारत की शिक्षा व्यवस्था इतनी मजबूत है कि उसको समाप्त नहीं किया जा सकता एवं भारत पर राज नहीं किया जा सकता।

बतौर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. मुकेश गोयल ने बताया कि मां के बाद यदि किसी का नाम है तो वह शिक्षक है। गुरु को तो ईश्वर से बड़ी उपाधि मिली है। इसलिए कहा गया है गुरु गोविंद दोनों खड़े काके लागू पाय, बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताए। गुरु समाज की दिशा और दशा दोनों ही बदलता है। आप सभी बहुत ही पुनीत कार्य में लगे हुए हैं। अतः अपने कार्य को अपने कार्य के महत्व को समझते हुए इस कार्य को आगे बढ़ायें ।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सुबोध कुमार अग्निहोत्री ने कहा कि अमेरिका का मूल स्वभाव आर्थिक उन्नति करना है। उसी प्रकार विद्या भारती भी राष्ट्रीय शिक्षा को आगे बढ़ाने के प्रति उन्नतिशील है। विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि छठे दिन प्रशिक्षण वर्ग प्रशिक्षणार्थी प्रियंका शर्मा, बालकृष्ण सुमन, मदन सिंह ने बताया गया कि विद्या भारती का इस प्रकार की राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली का विकास करना है जिसके द्वारा ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण हो सके, जो हिंदू्त्वनिष्ठ एवं राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत हो। ,

साथ ही वैदिक गणित, अंग्रेजी स्पोकन का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि आज की आवश्यकता के अनुरूप ग्लोबलाइजेशन के जमाने में छात्र-छात्राएं पिछड़े नहीं इस लिये प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अंत में अतिथियों का आभार सीमा व्यास प्रधानाचार्य चारभुजा रावतभाटा ने व्यक्त किया।