कोटा। शार्क टैंक इंडिया फेम और बोट कंपनी के को फाउंडर अमन गुप्ता ने कहा कि डिग्री से ज्यादा जरूरी स्किल है। अगर इंडिया में युवाओं की स्किल डेवलप होती है, मोदी भी कहते हैं स्टैंड अप इंडिया, मेड इन इंडिया। वे गुरुवार को स्किल अप कोटा के शुभारंभ के मौके पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि कोटा कोचिंग के लिए जाना जाता है, शिक्षा के लिए जाना जाता है। यहां पर युवाओं को स्किल करने का प्रयास शुरू किया जा रहा है, जो अपने आप में अच्छा प्रयास है। एक समय था जब इंजीनियरिंग, मेडिकल और सीए करने को कहा जाता था। लेकिन अब समय बदल रहा है। वह समय आने वाला है जब लोग कहेंगे डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स सीखो, इमरजेंसी रेस्पोंडिंग कोर्स कर लो, अलग अलग स्किल यूथ में होना चाहिए।
स्किल डवलपमेंट के लिए कहीं न कहीं से तो शुरुआत करनी होगी, कोटा से हो रही है। युवाओं का स्किल्ड होना जरूरी है। आज ऐसे कई डीजे हैं जो इंजीनियर से ज्यादा कमाते है, शेफ है जो बहुत कमाते है। यह स्किल ही तो है। सिर्फ इंजीनियर या सीए से तो देश नहीं चल सकता। अलग अलग सेक्टर, अलग अलग स्किल के लोगों के साथ मिलकर ही देश चलेगा।
अमन गुप्ता ने कहा कि आने वाले दस साल इंडिया के है। बडे़ एंटरप्रेन्योर निकलेगें, एन्टरप्रेन्योशिप को हम सेलिब्रेट करेंगे तो इससे अच्छी क्या बात हो सकती है। देश में इस दिशा में काम हो रहा है। उन्होंने युवाओं को मोटिवेट करते हुए कहा कि फेलियर और सक्सेस के बीच गैप होता है। लेकिन फेलियर ज्यादा जरूरी है। सक्सेस कुछ नहीं सिखाता लेकिन फेलियर आपको कई अनुभव देता है।
फेलियर आने के बाद जब सक्सेस मिलती है तो उसका मजा अलग ही होता है। वहीं उन्होंने कोरोना के बाद यूनिकॉर्न कंपनियों के आने और एक दम से डाउन फॉल पर कहा कि डाउन फॉल नही है करेक्शन हो रहा है। पहले उटपटांग वैल्यूएशन हो रही थी। वहीं जब उनसे सवाल किया गया कि किसी युवा के पास आइडिया है वह इन्वेस्टर कहां तलाशेगा तो उन्होंने कहा कि आज इन्वेस्टर बहुत है लेकिन कंपनियां कम है। आईडिया लेकर शार्क टैंक आए कई इन्वेस्टर बैठे है। अगर कोई स्टार्टिंग भी कर रहा है तो उस व्यक्ति पर रिस्क लेते है।
स्कीलअप कोटा की शुरूआत
1500 से अधिक युवाओं विशेष तौर पर महिलाओं और युवतियों को स्किल के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने की आन्या फाउंडेशन की पहल स्किलअप कोटा का शुभारंभ गुरूवार को हुआ। आन्या फाउंडेशन की संयोजक और सिविल सेवक अंजलि बिरला ने बताया कि स्किल आज की दुनिया में आगे बढ़ने और कुछ कर दिखाने का सबसे सशक्त माध्यम है। देश आज जब 2047 तक विकसित बनने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है तो आवश्यक है कि उसमें युवाओं का सबसे अधिक योगदान हो।
इसी को सुनिश्चित करने से यह पहल शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि स्किल अप कोटा कार्यक्रम के तहत अगले 45 दिनों तक नौ प्रशिक्षण केंद्रों में युवाओं को आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन, सिलाई, बुनाई, टेली ऑपरेटर, डिजिटल मार्केटिंग, मेकअप आर्टिस्ट और ब्यूटीशियन, टेली ऑपरेटर और डेटा ऑपरेटर तथा आर्टिफिशियल ज्वेलरी बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह सभी वह स्किल्स हैं जिनमें आसानी से रोजगार उपलब्ध है।