नई दिल्ली। सोने की कीमतों में पिछले कुछ महीनों में आए उछाल का असर अक्षय तृतीया के त्योहार पर होने वाली गहनों की बिक्री पर देखने को मिल सकता है। आभूषण विक्रेताओं ने इस बार अक्षय तृतीया पर बिक्री में 20 फीसदी तक गिरावट आने की आशंका जताई है।
सोना इस समय देश के अधिकांश हिस्सों में 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर मिल रहा है। ऐसी स्थिति में लोग बेहद जरूरी होने पर ही सोना खरीदना पसंद कर रहे हैं। इसका असर अक्षय तृतीया पर महंगे आभूषणों की होने वाली परंपरागत खरीद पर पड़ सकता है।
अक्षय तृतीया को सोने के गहनों एवं सिक्कों की खरीद के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन लोग अपने सामर्थ्य के अनुरूप छोटे-बड़े आभूषण या सिक्के खरीदने की कोशिश करते हैं। लेकिन पिछले चार महीनों में सोने के दाम में आया उछाल इस बार उन्हें मायूस कर सकता है।
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण परिषद (GJC) के चेयरमैन संयम मेहरा ने कहा कि सोने के भाव हाल ही में 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंचने से ग्राहकों का बड़ा तबका आशंकित हो गया है। मेहरा ने कहा, ‘हालांकि, कुछ दिन से दाम थोड़े गिरे हैं लेकिन ये अब भी ऊंचे हैं। इसका असर अक्षय तृतीया पर होने वाली बिक्री पर पड़ेगा। हमारा अनुमान है कि बिक्री पिछले साल की तुलना में 20 फीसदी घट सकती है।’
सोने का मौजूदा भाव करीब 60,280 रुपये प्रति दस ग्राम है। उन्होंने कहा कि अक्षय तृतीया पर होने वाले कुल कारोबार में दक्षिण भारतीय राज्यों की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी होती है जबकि पश्चिमी भारत की हिस्सेदारी 25 फीसदी रहती है। इस खरीदारी में पूर्वी भारत का हिस्सा 20 फीसदी और उत्तर भारत का हिस्सा करीब 15 फीसदी रहता है।
GJC के पूर्व चेयरमैन एवं NAC ज्वेलर्स (चेन्नई) के प्रबंध निदेशक अनंत पद्मनाभन ने भी कुछ इसी तरह की आशंका जताते हुए कहा कि महंगे सोने की मार अक्षय तृतीया पर आने वाली मांग को कम कर सकती है। हालांकि, उन्होंने बिक्री पर इसका असर 10 फीसदी ही पड़ने की बात कही है।
विश्व स्वर्ण परिषद के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी सोमसुंदरम पी आर ने कहा कि सोने की खरीद अक्षय तृतीया के अवसर पर करोड़ों भारतीयों के जश्न का अनिवार्य हिस्सा होती है। ऐसे में अगर कीमतों में अच्छी गिरावट होती है तो बिक्री में उछाल आ सकता है।
PNG ज्वेलर्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सौरभ गाडगिल का मानना है कि शनिवार को अक्षय तृतीया का त्योहार होने से खरीदारों के पास सप्ताहांत पर खरीदारी का मौका होगा। उन्होंने कहा, ‘अगर सोना 60,000 रुपये के भाव पर स्थिर रहता है तो बिक्री 10 फीसदी बढ़ सकती है।’