नई दिल्ली। थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ों, वैश्विक रुख और विदेशी कोषों की गतिविधियों से इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। इसके अलावा निवेशकों की निगाह कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के रुख पर भी रहेगी।
मार्च के लिए थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को जारी किए जाएंगे। मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ”वैश्विक बाजारों का रुख, घरेलू और वैश्विक स्तर पर वृहद आर्थिक आंकड़े, कच्चे तेल की कीमतें और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल इस सप्ताह बाजार की दिशा तय करेगी।”
इस सप्ताह एचसीएल टेक्नोलॉजीज, हिंदुस्तान जिंक, टाटा कॉफी और टाटा कम्युनिकेशंस जैसी कुछ बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष-तकनीकी शोध अजित मिश्रा ने कहा, ”कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा वैश्विक बाजार के रुख पर सभी की निगाह रहेगी। सोमवार को बाजार इन्फोसिस और एचडीएफसी बैंक के तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया देगा।”
निजी क्षेत्र के सबसे बड़े ऋणदाता एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को मार्च में समाप्त तिमाही के नतीजे घोषित किए। तिमाही के दौरान बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ 20.6 प्रतिशत की बढ़त के साथ 12,594.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
इन्फोसिस के बृहस्पतिवार को घोषित चौथी तिमाही के नतीजे उम्मीद के अनुकूल नहीं रहे हैं। अगले वित्त वर्ष में कंपनी ने राजस्व में चार से सात प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है, जो काफी कमजोर है।
बीते कम कारोबारी सत्रों वाले सप्ताह के दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 598.03 अंक या 0.99 प्रतिशत चढ़ गया। शुक्रवार को अम्बेडकर जयंती के उपलक्ष्य में शेयर बाजार बंद थे। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, ”दुनिया के बाजारों की चाल से स्थानीय बाजार की धारणा तय होगी। बाजार की निगाह कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजों पर रहेगी।”