जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को 19 नए जिलों के गठन की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही तीन संभाग बांसवाड़ा, पाली, सीकर बनाए जाएंगे। अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना, दूदू, गंगापुरसिटी, जयपुर उत्तर ओर जयपुर दक्षिण, जोधपुर पूर्व और जोधपुर पश्चिम ,केकड़ी, कोटपूतली, खैरथल, नीमकाथाना, फलौदी, सलूम्बर, सांचौर और भीलवाडा का शाहपुरा जिला बनाया जाएगा। यह घोषणा राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट बहस का जवाब देते हुए की।
दो हजार करोड़ का प्रावधान: विधानसभा में शुक्रवार को बजट बहस का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने 19 नए जिले और 3 नए संभागों की घोषणा की। इन नए जिलों और जरूरतों की अपूर्ति के लिए 2,000 करोड़ के बजट का भी प्रावधान घोषित किया गया है।
ये हैं नए जिले
बता दें कि राजस्थान में अब 50 जिले होंगे। इस घोषणा से पहले 31 जिले थे। वहीं राजस्थान में अब 10 संभाग होंगे। जानकारी के मुताबिक, 19 जिलों में अनूपगढ़ (श्रीगंगानगर), बालोतरा (बाड़मेर), ब्यावर (अजमेर), डीग (भरतपुर), डीडवाना-कुचामनसिटी (नागौर), दूदू (जयपुर), गंगापुर सिटी (सवाईमाधोपुर), जयपुर-उत्तर, जयपुर-दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, केकड़ी (अजमेर), कोटपूतली-बहरोड़ (जयपुर), खैरथल (अलवर) नीम का थाना (सीकर), फलोदी (जोधपुर), सलूंबर (उदयपुर), सांचोर (जालोर) और शाहपुरा (भीलवाड़ा) को नया जिला बनाया गया है। वहीं, अब सीकर, पाली और बांसवाड़ा को नए संभाग होंगे।
नए जिलों का एलान क्यों: मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य होने के कारण राजस्थान में हमारे कई जिले ऐसे हैं, जहां जिला मुख्यालय से कई इलाकों की दूरी 100 किलोमीटर से भी ज्यादा है। इस कारण आमलोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही कई जिलों की जनसंख्या भी अत्यधिक होने के कारण प्रशासन का हर परिवार तक पहुंचना कठिन हो जाता है।
उन्होंने आगे कहा कि जिला अपेक्षाकृत छोटा होने से प्रशासन प्रबंधन और कानून-व्यवस्था पर निगरानी-नियंत्रण सहज और सुगम हो जाता है। देश के विभिन्न राज्य नए जिले बनाने में हमसे आगे रहे हैं। वहां पर जिलों की संख्या दोगुनी-तीन गुनी हो गई है। अभी हाल ही में भौगोलिक दृष्टि से हमसे छोटे राज्य पश्चिम बंगाल ने भी सात नए जिलों की घोषणा की है।
चुनावी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का यह मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है। पिछले कई सालों से नए जिले बनाने की मांग उठ रही थी, जिसको मुख्यमंत्री गहलोत ने आज बजट बहस के जवाब में पूरा कर दिया है। एक साथ 19 नए जिलों की घोषणा एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
सीएम गहलोत की नई घोषणाएं
- जयपुर के गोविंद देव जी मंदिर का महाकाल उज्जैन की तर्ज पर विकास, सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे
- पुष्कर विकास प्राधिकरण की घोषणा,
- प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में पैनोरमा निर्माण होगा, 10 करोड़ रुपए खर्च होंगे
- देवस्थान के मंदिरों में पुजारियों का वेतन अब पांच हजार रुपए
- 500 प्राथमिक स्कूल अब उच्च प्राथमिक और 500 उच्च प्राथमिक स्कूल बनेंगे माध्यमिक स्कूल
- कामर्स और राजस्थान कॉलेज में पचास पचास करोड़ के निर्माण कार्य
- कई नए राजकीय कॉलेजों की घोषणा, नावां में विधि कॉलेज
- संभाग स्तर पर खेल प्रबंधक का पद , चूरू में स्पोर्टस स्कूल
- 75 करोड़ रुपए की लागत से एसएमएस मेडिकल कॉलेज में पार्किग निर्माण
- महिलाओं के लिए बाजारों में पांच सौ सुलभ शौचालय
- ढाई सौ की आबादी वाले गांवों पर डामर सडक
- स्टेट टोल पर फास्ट ट्रेक
- जयपुर में हैरिटेज इलाके में सीवरेज की नई लाइन, 200 करोड़ रुपए खर्च होंगे
- हर विधानसभा में 40 हैंडपंप और 10 टयूबवैल की घोषणा