नई दिल्ली। Covid Pandemic कोरोना वायरस की उत्पत्ति कहां से हुई, किस देश से ये फैला। इसको लेकर पहले भी कई सवाल उठे हैं और चीन-अमेरिका कई बार आमने-सामने आए हैं। चीन को हमेशा कोरोना का जनक कहा जाता है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब उसके खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं। इसी के साथ यह भी पता चला है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति कहां से हुई है।
विशेषज्ञों की मानें तो कोरोनावायरस संक्रमित रैकून कुत्तों से फैला हो सकता है न कि चमगादड़ से, जो चीन के वुहान में एक सीफूड बाजार में अवैध रूप से बेचे जा रहे थे। द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार विशेषज्ञों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने इस बात के सबूत भी पाए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि शोधकर्ताओं ने वुहान की हुनान सीफूड होलसेल मार्केट और करीबी इलाके से लिए गए जेनेटिक डेटा को इकट्ठा करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला है।
जेनेटिक डाटा तैयार करने के कुछ ही समय बाद चीनी अधिकारियों ने बाजार को बंद कर दिया था। अधिकारियों को पहले ही संदेह था कि ये मामला कोविड महामारी से जुड़ा है। यह खुलासा अमेरिकी ऊर्जा विभाग के एक खुफिया आकलन के हफ्तों बाद हुआ है, जिसमें दावा किया गया था कि वुहान में एक वायरोलॉजी प्रयोगशाला से “आकस्मिक प्रयोगशाला रिसाव” सबसे अधिक महामारी का कारण था।
रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे इसकी जांच की गई और फर्श, दीवारों, गाड़ियों और पिंजरों पर लगे जानवरों के नाक-मुंह से निकले तरल पदार्थ (स्वैब) से जीन्स इकट्ठा किए गए। विश्लेषण में पाया गया कि नमूने वायरस से संक्रमित थे जिसमें रेकून कुत्तों सहित जानवरों की अनुवांशिक सामग्री थी। भले ही यह इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि रेकून कुत्ते संक्रमित थे या उन्होंने वायरस को मनुष्यों में पहुंचाने का काम किया, लेकिन शोध में कहा गया है कि वायरस जंगली जानवरों से ही फैला है।
अनुसंधान में भाग लेने वाली वायरोलॉनोजिस्ट एंजेला रासमुसेन ने द अटलांटिक को बताया कि यह वास्तव में एक मजबूत संकेत है कि बाजार में जानवर संक्रमित थे। वास्तव में कोई अन्य स्पष्टीकरण नहीं है जो किसी भी तरह से समझ में आता है। शोध का नेतृत्व तीन शोधकर्ताओं क्रिस्टियन एंडरसन, माइकल वर्बे और एडवर्ड होम्स ने किया था। हालांकि, इस खुलासे ने इस बात को गलत ठहराया है कि चीन की वुहान लैब से कोरोना वायरस फैला है।